नामांकन के बाद आशा और मनोज ने ठोंका जीत की दावा : केदारनाथ विधानसभा सीट उपचुनाव के नामांकन के पहले दिन चार नामांकन-पत्र दाखिल हुए. उत्तराखंड क्रांति दल के डॉ. आशुतोष भंडारी, भाजपा की आशा नौटियाल, कांग्रेस के मनोज रावत और निर्दलीय त्रिभुवन सिंह चौहान ने नामांकन पत्र दाखिल किया. सोमवार सुबह से ही ऊखीमठ बाजार में नामांकन पत्र जमा करने के लिए तहसील परिसर में पुलिस बल मौजूद रहा. सुरक्षा और यातायात के लिए जीरो जोन घोषित किया गया।
सबसे पहले उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी डॉ. आशुतोष भंडारी परंपरागत वाद्य यंत्र ढोल दमो के साथ बाजार में जुलूस निकालते हुए नामांकन करने के लिए पहुंचे. नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य में मूल निवास 1950, भू कानून, राजधानी गैरसैंण और सरकार द्वारा यूसीसी ड्राफ्ट में आवश्यक संशोधन करने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं और इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे. उनके साथ नामांकन के दौरान यूकेडी के अध्यक्ष पूरन सिंह कठैत समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल के नामांकन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, कुलदीप रावत के साथ तमाम कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहुंचे. इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में अरबों की विकास योजना की घोषणा हुई है और उनका कार्य भी शुरू हुआ है. विकास के मुद्दे पर जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि विपक्ष अनर्गल आरोप लगा रहा है और अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहा है. जनता सब समझती है और कांग्रेस के मंसूबे पूरे नहीं होंगे. उन्होंने दावा किया कि भाजपा प्रत्याशी को एकतरफा भारी मतों से यह सीट मिलेगी।
कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के नामांकन में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, जिला अध्यक्ष कुंवर सजवाण, प्रमुख प्रदीप थपलियाल पहुंचे. नामांकन के बाद मनोज रावत ने कहा कि केदारनाथ यात्रा को डाइवर्ट करना और यात्रा के नाम पर स्थानीय छोटे व्यापारियों को परेशान करना, उनकी आजीविका को तोड़ने का पाप बीजेपी ने किया है और जनता इस चुनाव में इनको सबक सिखाएगी।