ऋतु खण्डूडी ने छात्रों को बताया शिक्षा और समाज सेवा का महत्व : उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने वैदिक साधन आश्रम, तपोवन, नालापानी, देहरादून में आयोजित तीन दिवसीय “शरदुत्सव” समारोह में भाग लिया। यह समारोह उत्तराखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का उत्सव है, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, शैक्षणिक गतिविधियाँ और समाज सेवा से संबंधित कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
समारोह में ऋतु खण्डूडी ने तपोवन विद्यानिकेतन जूनियर हाईस्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह का शुभारंभ किया।समारोह के दौरान विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया, जिसमें नृत्य, संगीत और नाटक शामिल थे। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया और सभी उपस्थित व्यक्तियों को भारतीय संस्कृति की गहराई का अनुभव कराया। समारोह में ऋतु खण्डूडी भूषण ने विद्यालय के मेधावी छात्र छात्राओं को पुरस्कृत कर उनको सम्मानित किया।
इस अवसर पर, विधानसभा अध्यक्ष ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनके भविष्य की दिशा में मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा, “शिक्षा ही वह साधन है जो समाज में परिवर्तन लाने में सक्षम है। आप सभी को चाहिए कि आप अपनी शिक्षा को न केवल अपने लिए, बल्कि समाज और देश के उत्थान के लिए भी उपयोग करें।”
ऋतु खण्डूडी ने विद्यार्थियों को आत्मविश्वास और मेहनत के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है, अगर आप सही दिशा में प्रयास करते हैं।”
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इस दौरान ऋतु खण्डूडी ने कहा कि आधुनिक भारत के चिन्तक तथा आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने समाज सुधार के कार्यों से मानव जाति के कल्याण के रास्ते प्रशस्त किये। ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा देकर उन्होंने धर्म तथा संस्कृति के प्रति समाज को चेतनाशील बनाया. सामाजिक सुधारों और शिक्षा पर जोर देकर देश की सांस्कृतिक एवं सामाजिक जागृति में आर्य समाज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आर्य समाज के राष्ट्र रक्षा में योगदान पर विशेष ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा, “आर्य समाज ने सदियों से समाज में जागरूकता फैलाने, शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने और सामाजिक सुधार के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके प्रयासों से आज भी समाज में सकारात्मक परिवर्तन हो रहा है”। उन्होंने आर्य समाज के उन सभी कार्यकर्ताओं और सदस्यों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने अपने जीवन को समाज सेवा में समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की रक्षा और विकास के लिए समाज के हर वर्ग का योगदान महत्वपूर्ण है. समारोह के अंत में विधानसभा अध्यक्ष ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और शरदुत्सव की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “इस प्रकार के आयोजनों से न केवल हमारी संस्कृति को सहेजा जाता है, बल्कि युवाओं में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित होती है।”
इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार, चंद्रगुप्त ,विक्रम ,पुष्पा गोसाई ,आचार्य अन्नपूर्णा गोसाई, कार्यक्रम संचालन पंडित शैलेश मुनि सत्यार्थी एवं सूरत राम शर्मा ,विजय कुमार आर्य, आचार्य आशीष विनायक शर्मा ,सुधीर कुमार ,माटा संदीप कुमार, सोनीपत ओम प्रकाश, मालिक रंजीत राय कपूर ,जितेंद्र तोमर ,रमेश चंद, आशीष ,योग राज अरोड़ा आदि उपस्थित रहे।