पीरियड्स के समय किन-किन बातों का रखें ख्यालः
पीरियड्स के दौरान साफ सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी हैं क्योकि इस दौरान महिलाओं द्धारा की गई गलतियों के कारण यूट्स, इंफेक्शन से लेकर लेनिकल पार्ट्स से संबंधित गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
मासिक धर्म के दौरान हाइजीन का ध्यान न रखने से सेहत संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं दरअसल आज के समय में भी मासिक धर्म को लेकर खुलकर बात नहीं की जाती हैं ।
ऐेसे में लड़कियां रिप्रोडक्टिव उम्र में तो आ जाती हैं लेकिन हाइजीन को लेकर उनमें ठीक से जानकारी नहीं होती।
ऐसे में घर की बड़ी महिलाओं को उन्हें इसके बारे में हर एक चीज बताना चाहिए जिससे उनके मन से पीरियड्स को जुडी हर एक भ्रम समाप्त हो जाए।
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जानकारी के अनुसार मासिक धर्म स्वच्छता न केवल व्यक्तिगत आराम के लिए आवश्यक हैं बल्कि प्रजनन स्वाास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी बेहद जरूरी हैं आपका पीरियड्स ही प्रजनन प्रणाली से लेकर प्रजनन क्षमता पर निर्भर करता हैं ।
आपके अनियमित या फिर पीरियड्स में गैप का पूरा असर प्रेग्रेंसी पर पड़ सकता हैं।
ऐसे में जब महिलाओं को पाॅलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोंम (पीसीओरस) या हार्मोनल असंतुलन जैसी स्थितियां होती हैं तो पीरियड्स सही ढंग से नहीं होते हैं।
पीरियड्स के दौरान हाइजीन का ध्यान न रखने से हो सकती हैं ये समस्याएंः
जानकारी के अनुसार पीरियड्स के समय अगर आप हाइजीन का ध्यान नहीं रख रही हैं तो समझ लें कि आप अपनी सेहत से ही खिलवाड़ कर रहें है।
पीरियड्स के दौरान साफ सेनेटरी पैड्स का इस्तेमाल न करना समय, समय पैड्स में ने बदलने के कारण बैक्टीरियल वेजिनोसिस, प्रजनन अंगों में सूजन, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, योनि संक्रमण, स्किन में जलन और चकत्ते जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं ये स्थितियां असुविधा दर्द और लंबे समय तक चलने वाली बीमारी का कारण बन सकती हैं।
पीरियड्स के समय ऐसे रखें साफ-सफाई का ध्यानः
जानकारी के अनुसार पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखकर आप कई तरह की खतरनाक बीमारियों से बच सकते हैं, समय-समय पर सैनिटरी पैड्स को बदलते रहे, आमतौर पर 4-5 घंटे में पैड्स को बदल देना चाहिए।
अगर आपको हैवी फ्लो होता है जो जल्द ही पैड्स को बदल देना चाहिए क्योंकि गीले पैड्स के कारण रैशेज पड़ने का खतरा अधिक रहता है।
कभी भी वेजाइनल एरिया को साफ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे एंटीमेट एरिया के गुड बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।