बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण योजनाओं को मंजूरी दी गई है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में आयोजित व्यय वित्त समिति (ईएफसी) की बैठक में इन योजनाओं को हरी झंडी मिली। बैठक में सिविक एमिनिटी भवन के निर्माण के लिए 25.66 करोड़ रुपये के पुनरीक्षित बजट को मंजूरी दी गई। साथ ही, पांडुकेश्वर सब-स्टेशन से बद्रीनाथ धाम तक 19.5 किमी 33 केवी लाइन और 11 केवी अंडरग्राउंड विद्युत लाइन का निर्माण कार्य भी स्वीकृत किया गया। इन कार्यों के पूरा होने के बाद बदरीनाथ धाम को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।बैठक में गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन (GIS) की स्थापना को भी मंजूरी दी गई। यह उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) का प्रदेश में पहला ऐसा सब स्टेशन होगा। GIS तकनीक पारंपरिक एयर इंसुलेटेड सब स्टेशनों की तुलना में कम जगह लेती है और इसमें फॉल्ट की संभावना बेहद कम होती है। स्पार्क न होने से मशीनों की सुरक्षा बनी रहती है और 24 घंटे निर्बाध आपूर्ति संभव हो पाती है।
बदरीनाथ मास्टर प्लान के तहत व्यापक कार्य
बदरीनाथ धाम मास्टर प्लान के अंतर्गत 33/11 केवी सब स्टेशन, 33 केवी व 11 केवी एचटी-एलटी लाइन का निर्माण किया जाएगा। इसके पूरा होने पर तीर्थयात्रियों और स्थानीय निवासियों को बिजली की बेहतर सुविधा मिल सकेगी।बैठक में राज्य योजना के तहत बागेश्वर-अमसरकोट मोटर मार्ग से नंदीगांव तक सड़क निर्माण के लिए 8.30 करोड़ रुपये का संशोधित बजट भी मंजूर किया गया। यह मार्ग बागेश्वर ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाओं का विस्तार
एनएचपीसी द्वारा बदरीनाथ धाम में सिविक एमिनिटी भवन का निर्माण किया जाएगा। मुख्य सचिव ने कहा कि तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए सुविधाओं का विस्तार जरूरी है। इसलिए प्रधानमंत्री की बदरीनाथ मास्टर प्लान घोषणा के तहत यह भवन बनाया जाएगा। बैठक में सचिव सचिन कुर्वे, पंकज कुमार पांडेय और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।