आपको ये खबर थोड़ा अजीब लगेगी लेकिन हमारी कोशिश रहती है की दिन ख़बरों की भीड़ से कुछ ऐसी खबरें पेश करें जो दिलचस्प जानकारी रोचक विषय और आपसे जुडी हो लिहाज़ा आज बात करेंगे नारियल की चढ्ढियों की , अब ये तो हम सब जानते ही हैं कि स्किन केयर हो या हेल्दी डाइट, गृह प्रवेश हो या शादी, हर काम में श्रीफल यानी नारियल को शामिल किया जाता है. इस शुभ फल में कई पोषक तत्व हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नारियल केवल खाने या पूजा करने के ही काम नहीं आता. सस्टेनेबल फैशन के दौर में लोग अब इसे अंडरगारमेंट्स के रूप में भी पहन रहे हैं. 2 सितंबर को वर्ल्ड कोकोनट डे मनाते है. तो चलिए जानते हैं नारियल से कैसे बनते हैं अंडरगारमेंट्स और क्या है इसके फायदे
न्यूजीलैंड के पास 15 द्वीपों को मिलाकर बसे कुक आइलैंड में किसी की शादी हो या तीज-त्योहार, हर खास मौके पर वहां की महिलाएं नारियल से बनी ब्रा पहनती हैं. इस तरह के गारमेंट यहां सदियों से पहने जा रहे हैं. यहां सूखे नारियल के 2 खोल को धागों और बीड्स से सजाकर ट्रेडिशनल ब्रा डिजाइन की जाती है. धीरे-धीरे यह यूनिक अंडर गारमेंट डिजाइन दुनिया में पॉपुलर होने लगा।
हवाई से आया आइडिया
नारियल से अंडर गारमेंट बनाने का आइडिया कहां से आया, इस पर कई मत हैं. कुछ लोग मानते हैं कि नारियल से अंडरगारमेंट्स बनाने का सिलसिला अमेरिका के हवाई आइलैंड से शुरू हुआ. चूंकि हवाई एक कोस्टल इलाका है इसलिए वहां नारियल के पेड़ खूब उगते हैं. इस वजह से वहां की आदिवासी महिलाओं ने नारियल से ब्रा बनाना और पहनना शुरू किया. यहां नारियल के खोल से ही नहीं बल्कि उसके रेशों से भी अंडरगारमेंट बनने शुरू हुए. वहीं, कुछ एक्सपर्ट मानते हैं कि इसका ट्रेंड हॉलीवुड फिल्मों से शुरू हुआ।
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महिलाओं के ही नहीं पुरुषों के अंडरगारमेंट भी पॉपुलर
ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स पर नारियल से बनने वाले महिलाओं के अंडरगारमेंट्स के साथ ही पुरुषों की अंडरवियर भी बहुत पॉपुलर हो रही हैं. लोग इन्हें पसंद भी कर रहे हैं. इन अंडर गारमेंट्स की कीमत 1500 रुपए से शुरू होती है. रिसर्चगेट वेबसाइट के मुताबिक सूखे नारियल के घोल में एक्टिवेटेड कार्बन होता है. इसी से कोकोना नाम का नेचुरल फैब्रिक बनता है. यह फैब्रिक एंटीबैक्टीरियल होता है जो दुनिया में सबसे ज्यादा इंडोनेशिया की कोकोनट इंडस्ट्री से एक्सपोर्ट होता है. कोकोनट फाइबर से बनने वाला फैब्रिक नमी को जल्दी सोखता है और पसीने की बदबू को दूर करता है. यह सूरज की अल्ट्रा वायलेट किरणों से भी त्वचा को सुरक्षा देता है. इससे ना टैनिंग होती है और ना सन बर्न. गर्मियों के मौसम में इससे बने गारमेंट शरीर को ठंडा भी रखते हैं।