पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता हरक सिंह रावत के ठिकानों पर विजिलेंस की छापेमारी।
कॉर्बेट घोटाले मामले की जांच के साथ ही, विजिलेंस टीम ने देहरादून में हरक सिंह रावत के बेटे के मेडिकल कॉलेज और पेट्रोल पंप पर भी की छापेमारी ।
जानकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान विजिलेंस टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ भी ज़ब्त किए हैं।
यह मामला में सियासत को भी गरमा गरमी देने लगा है। हरक सिंह ने बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद से ही उन्होंने यह साबित करने की कोशिश की है कि वह जांच की आँचों तक पहुंचने में निरंतर प्रयासरत हैं।
- Advertisement -
सूत्रों के अनुसार जांच की मुहिम: विजिलेंस टीम की जांच के पीछे मुख्य मोतीव कॉर्बेट घोटाले के मामले में आरोपित अन्य व्यक्तियों की भागीदारी की जाँच है।
इसके अलावा, हरक सिंह रावत के व्यक्तिगत संपत्ति और संबंधित विवादित लेन-देन की भी जांच की जा रही है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के ठिकानों पर विजिलेंस द्वारा की गई छापेमारी ने सियासी दलों में उथल-पुथल हो गया हैं ।
कॉर्बेट घोटाले के मामले में विजिलेंस की जांच से जुड़ी यह छापेमारी उनके नेतृत्व में गंभीर उलझनों की ओर इशारा कर सकती है।
इस मामले की गहराईयों की जांच की जा रही हैं, इस मामले के परिणाम ने राजनीतिक दलों को हिलाकर रख दिया है।*
इस मामले के परिणामस्वरूप सियासी गरमागरमाहट देखने को मिल रही है। विभागीय ताकतों के बीच यह मामला अब एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुका है और इससे संबंधित नए स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।
इस मामले में अभी विजिलेंस टीम की जांच जारी हैं।