क्षतिग्रस्त कार को कटर की मदद से काटकर दोनों के शवों को कार से बाहर निकाला गया।
उत्तराखंड ग्रामीण बैंक पिथौरागढ़ और डीडीहाट के कर्मचारी रविवार को हल्द्वानी में हुए एक कार्यक्रम में शामिल होकर लौटे थे।
डीडीहाट के शाखा प्रबंधक रविकांत मेहता उम्र 35 वर्ष पुत्र गोपाल प्रसाद निवासी ग्राम सागर विहार कॉलोनी आवास विकास लखनऊ उत्तर प्रदेश और कैशियर त्रिवेणी माधव पलड़िया 34 वर्ष पुत्र नवीन चंद्र पलड़िया निवासी ग्राम बानना जाला भीमताल अन्य कर्मचारियों को पिथौरागढ़ में उतारकर रात लगभग 10:30 बजे डीडीहाट के लिए रवाना हुए परन्तु वे डीडीहाट नहीं पहुंचे।
सुबह दोनों के बैंक में न पहुंचने पर पूछताछ की गई तो अनहोनी की आशंका हुई।
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बैंककर्मियों समेत कैशियर त्रिवेणी के चचेरे भाई कृष्णचंद्र पलड़िया ने भी थाने में पहुंचकर दोनों के लापता होने की सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही डीडीहाट थाना प्रभारी हिमांशु पंत और कनालीछीना थाना प्रभारी जावेद हसन के नेतृत्व में पुलिस जवान दोनों बैंककर्मियों की खोज में जुटे। दोनों के फोन भी स्विच ऑफ थे।
सर्विलांस में उनके मोबाइल की अंतिम लोकेशन हचीला के समीप मिली।
दुर्घटना की आशंका को देखते हुए कनालीछीना से मिर्थी के बीच लगभग 25 किमी दूरी तक खाई क्षेत्र में खोजबीन की गई।
इसी बीच उनकी कार बंदरलीमा और हचीला के बीच लगभग 400 मीटर गहरी खाई में नजर आई।
इसके बाद पुलिस और एसडीआरएफ के जवान रस्सियों की मदद से खाई में उतरे। दोनों के शव कार में बुरी तरह फंसे थे।
कटर की मदद से कार को काटकर शवों को बाहर निकाला गया।
जिसके बाद दोनों शवों को सड़क तक पहुंचाया गया।
इस बीच क्षेत्रीय कार्यालय पिथौरागढ़ के विजय सिंह भंडारी सहित कई अधिकारी भी घटनास्थल पर मौजूद थे।
पिथौरागढ़ मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।
पुलिस ने हादसे की सूचना मृतकों के परिजनों को दे दी है।
हादसे पर ग्रामीण बैंक की सभी शाखाओं के कर्मचारियों ने शोक जताया है।