जैसे ही परिजनों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने शोर मचा दिया।
शोर सुनकर ग्रामीण एकत्र हो गए और गुलदार बच्चे को खेत में छोड़कर भाग गया।
परिजनों ने इसकी जानकारी वन बीट अधिकारी भूपाल राम को दी।
ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि रात्रि आठ बजे तक कोई भी अधिकारी घटना स्थल पर नहीं पहुंचा।
- Advertisement -
आरव दो बहनों का इकलौता भाई था।
बच्चे की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
घटना के बाद गांव में दहशत है।
देर सायं पटवारी चन्द्र सिंह राठौर मौके पर पहुंचे।
उन्होंने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।
घटना की सूचना पर क्षेत्रीय विधायक मोहन सिंह मेहरा तत्काल गांव पहुंचे।
जहां उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढाढस बंधाया।
इस दौरान विधायक मेहरा ने डीएम से फ़ोन पर बातचीत कर मृतक के पोस्टमार्टम की कार्रवाई पीएचसी नैनी में करने को कहा।
विधायक ने वन विभाग की ओर से तात्कालिक सहायता के रूप में 1 लाख रुपए का चेक मृतक के परिजनों को सौंपा।
विधायक की मौजूदगी में ग्राम प्रधान मोहन सिंह समेत अन्य ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की।