ऋषिकेश और देहरादून में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए 2023 में पेट्रोल और डीजल आधारित ऑटो रिक्शा और विक्रमों के संचालन को प्रतिबंधित या पूरी तरह से प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव बैठक में रखे जाने की उम्मीद है।
उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूईपीपीसीबी) के अधिकारी भी इन शहरों में वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के प्रस्ताव का हिस्सा रहे हैं।
देहरादून के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) और आरटीए के सचिव, दिनेश चंद्र पठोई ने बताया कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण के निर्देशानुसार मार्च, 2023 तक देहरादून और ऋषिकेश में पेट्रोल या डीजल से चलने वाले ऑटो रिक्शा और विक्रमों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए।
परिवहन विभाग अगले पांच महीनों में यूईपीपीसीबी के अधिकारियों के साथ मिलकर इन वाहनों से वायु प्रदूषण को कम करने की योजना पर काम कर रहा है।
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उन्होंने कहा कि हालांकि आरटीए सदस्य 1 नवंबर को इस मामले पर चर्चा करेंगे, लेकिन विभाग विक्रम और ऑटो रिक्शा चालकों को सब्सिडी जैसे लाभ प्रदान करने पर विचार कर रहा है।
जो सीएनजी से चलने वाले तिपहिया वाहनों का संचालन करेंगे।
आरटीए हरिद्वार और रुड़की के स्थानीय परिवहन पर भी निर्णय लेगा लेकिन पथोई ने कहा कि ऑटो रिक्शा और विक्रम के संचालन पर अंतिम निर्णय लेने के लिए केवल ऋषिकेश और देहरादून को प्राथमिकता दी जाएगी।