गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के निलंबित कुलपति प्रो. रूप किशोर शास्त्री बीते सात जून को आर्य प्रतिनिधि सभाओं की ओर से बनाए गए कुलाधिपति का पत्र लेकर विवि में कुलपति का चार्ज लेने पहुंचे थे।
आरोप है कि इसी दौरान विश्वविद्यालय के अलग-अलग विभागों में तैनात तीन शिक्षक विवि के निलंबित कुलपति के समर्थन में आ गए और कुलपति कार्यालय में जबरन घुस आए।
तीनों ही शिक्षक करीब 2 घंटे तक निलंबित कुलपति के समर्थन में कुलपति कार्यालय में डटे रहे। आरोप है कि तीनों ही शिक्षकों ने विश्वविद्यालय के विरुद्ध जाकर कार्य किया और असंवैधानिक रूप से निलंबित कुलपति का समर्थन करते हुए कुलपति कार्यालय में कुलपति और कुलसचिव से अभद्रता और अनुशासनहीता भी की।
हालांकि विवि प्रशासन की ओर से प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों और कर्मचारियों के विरोध के चलते निलंबित कुलपति वापस लौटना पड़ा था।
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इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से प्रो. श्रवण कुमार शर्मा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया और तीनों शिक्षकों को नोटिस देकर जवाब-तलब किया गया।
जांच कमेटी ने इस दौरान 25 से 30 लोगों के बयान दर्ज किए और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपनी जांच रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को हाल ही में सौंपी।
जांच रिपोर्ट और अन्य आरोपों में विवि प्रशासन ने तीनों शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है।
कुलपति कार्यालय में हुई अनुशासनहीनता को लेकर विवि के अलग-अलग विभागों के तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है।
पहले तीनों शिक्षकों को नोटिस जारी कर जवाब तलब मांगा गया था।
जांच रिपोर्ट के आधार पर तीनों शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।