जब देर रात तक वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी।
गन्ने के खेत में उसका अधखाया शव मिला। सूचना मिलने पर मौके पर वन विभाग और न्यूरिया पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि उन्हें ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा।
ये मामला न्यूरिया थाना क्षेत्र के एडवारा गांव का है। पेशे से राजमिस्त्री गोकुल मल्लिक (32) रविवार को काम के बाद देर रात तक घर नहीं लौटा। सोमवार की सुबह गन्ने के खेत में उसका अधखाया शव बरामद हुआ।
ये खेत जंगल की सीमा के पास स्थित है। सूचना पर सदर डॉ. प्रतीक दहिया, थानाध्यक्ष न्यूरिया फोर्स के साथ पहुंचे।
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पुलिस ने शव उठाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने विरोध करते हुए हंगामा किया।
सामाजिक वानिकी के डीएफओ संजीव कुमार, पीटीआर के डीडी नवीन खंडेलवाल और वन व सामाजिक वानिकी की टीमें मौके पर पहुंचीं। उन्होंने ग्रामीणों को बाघ पकड़वाने के लिए पिंजरा लगवाने का भरोसा दिया तब जाकर लोगों ने पुलिस को शव उठाने दिया।
वन विभाग के अधिकारियों ने राजमिस्त्री पर हमला करने वाले बाघ के उत्तराखंड के सुरई रेंज से आने की आशंका जताई है। बाघ को ट्रेस करने के लिए डब्ल्यूटीआई की टीम ने चार कैमरे लगाया। वहीं, वन विभाग की टीम भी बाघ की निगरानी में जुट गई।