पूरी दुनिया में भारत की चर्चा हो रही है। केवल चर्चा ही नहीं हो रही है बल्कि पूरी दुनिया में इस समय भारत का जोरदार डंका बज रहा है। दुनिया भर में अपने व्यापार को बढ़ा रहे भारत ने अपने पड़ोसी देश श्रीलंका में एक नहीं बल्कि श्रीलंका के घाटे में चल रहे तीन एयरपोर्ट खरीद लिए हैं।
इतना ही नहीं श्रीलंका ने अपने देश का सबसे बड़ा एनर्जी प्रोजेक्ट भी अब भारत को सौंप दिया है। आज पूरी दुनिया बोल रही है कि भारत ने तो कमाल कर दिया है।
श्रीलंका के तीन एयरपोर्ट खरीदे
आपको हम पहले भी बता चुके हैं कि दुनिया भर में इस समय भारत का डंका बज रहा है। भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में भारत ने एयरपोर्ट खरीद लिया है।
श्रीलंका में स्थित तीन एयरपोर्ट का संचालन अब भारत की कंपनी करेगी। श्रीलंका में निवेश को लेकर भारतीय कंपनी बेहद उत्साहित हैं।
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इसी के चलते अब एक बड़ी खबर सामने आई है। श्रीलंका में स्थित तीन एयरपोर्ट का संचालन अब भारतीय कंपनी करेंगी। इसके अलावा श्रीलंका में सोलर पॉवर प्लांट तथा फ्यूल टैंक को ऑपरेट भी भारतीय कंपनी करेगी।
श्रीलंका की एक कंपनी ने मुंबई में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा की है। उन्होंने देश भर के लोगों को श्रीलंका में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया है और उन्होंने कहा कि श्रीलंका में भारत के सहयोग से निवेश की कई संभावनाएं बढ़ी है।
भारत ने ले ली श्रीलंका की सबसे बड़ी एनर्जी डील
श्रीलंका के एयरपोर्ट खरीदने के बाद अब भारत ने एक और कमाल कर दिया है भारत ने श्रीलंका से एक बहुत बड़ी एनर्जी डील हासिल कर ली है।
आपको बता दे कि श्रीलंका ने शुक्रवार को एक चीनी कंपनी के साथ एनर्जी डील को रद्द कर दिया। अब श्रीलंका ने इस कॉन्ट्रेक्ट को एक भारतीय कंपनी को सौंप दिया है।
इस डील के तहत श्रीलंका में तीन सौर और पवन हाइब्रिड बिजली उत्पादन फैसिलिटी का निर्माण किया जाना है। इस परियोजना को शुरू में एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के कर्ज के जरिए वित्त पोषित किया गया था।
अब इसे 11 मिलियन डॉलर का भारत सरकार का अनुदान प्राप्त है। इस डील को लेकर भारत सरकार ने चिंता जताई थी। इस काऱण श्रीलंका ने दो साल पहले ही चीनी कंपनी के साथ इस अनुबंध को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया था।
भारत पिछले कुछ वर्षों से अपने पड़ोसी देशों में चीन की बढ़ती दखलअंदाजी को लेकर सतर्क है। ऐसे में भारत ने श्रीलंका में चीनी कंपनी को दिए गए इस ठेके को लेकर आपत्ति जताई थी।
भारतीय कंपनी को श्रीलंका में एनर्जी डील का ठेका मिलने के बाद भारतीय दूतावास ने खुशी जताई है। दूतावास ने ट्वीट कर लिखा कि अब भारत की बेंगलुरु स्थित प्रसिद्ध कंपनी यू-सोलर इस काम को पूरा करेगी।
आपको बता दें कि श्रीलंका में बनने वाली इन तीनों फैसिलिटियों की संयुक्त रूप से 2,230 किलोवाट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता होगी।
ये भारत के दक्षिणी तट से ज्यादा दूर नहीं, बल्कि उत्तरी शहर जाफना के पास टापुओं पर स्थित होंगी। कोलंबो में भारतीय उच्चायोग की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, कि “हाइब्रिड परियोजना क्षमताओं को अनुकूलित करने के लिए सौर और पवन दोनों सहित ऊर्जा के विभिन्न रूपों को जोड़ती है।
भारत की इस उपलब्धि को लेकर दुनिया भर में भारत के काम की चर्चा हो रही है। जिस प्रकार भारत धीरे-धीरे श्रीलंका में अपना व्यापार बढ़ा रहा है उससे साफ जाहिर है कि रावण का देश माने जाने वाले श्रीलंका में पूरे व्यापार पर राम के देश भारत का कब्जा होने वाला है।
साथ ही भारत के दुश्मन नंबर 1 चीन की सारी योजना विफल होने वाली है।