नई दिल्ली: ब्लूलाइन की मेट्रो में भीड़ का फायदा उठाकर एक युवती के साथ शारीरिक छेड़खानी और गलत हरकतें करने के आरोप में मेट्रो पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान कृष्णा नगर के रहने वाले संजीव कुमार (39) के रूप में हुई। युवती की लिखित शिकायत पर उसके खिलाफ यमुना डिपो मेट्रो पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 354 के तहत केस भी दर्ज किया गया है।
डीसीपी (मेट्रो) जितेंद्र मणि ने बताया कि 21 अप्रैल को एक युवती ने यमुना डिपो स्थित मेट्रो पुलिस स्टेशन में पहुंचकर एक लिखित शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। युवती ने पुलिस को बताया कि वह कड़कड़डूमा से ब्लूलाइन की मेट्रो में सवार हुई थी। उस वक्त ट्रेन में काफी भीड़ थी। तभी कोच में उसके नजदीक खड़ा एक युवक उसके बेहद करीब आ गया और उसके साथ छेड़खानी करते हुए उसे गलत तरीके से छूने लगा। युवती ने आपत्ति जताई, पर युवक ने उसकी बात को अनेदखा करते हुए छेड़खानी जारी रखी। युवती ने परेशान होकर ट्रेन को रुकवाने के बारे में भी सोचा, लेकिन कोच में लगा इमरजेंसी बटन उसकी पहुंच से दूर था।
तंग आकर मेट्रो से उतरी युवती
इस बीच जैसे ही यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन आया, युवती ट्रेन से उतर गई। तभी छेड़खानी कर रहा युवक भी ट्रेन से उतरकर उसके पीछे आ गया। वह युवती से बात करने की कोशिश करने लगा, लेकिन युवती उससे बचने की कोशिश करती रही। उसी दौरान एक महिला यात्री ने पुलिस को कॉल कर दी, लेकिन इससे पहले कि पुलिस वहां पहुंचती, आरोपी फरार हो गया। बाद में युवती ने पूरी बात पुलिस को बताई, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
आरोपी हुआ गिरफ्तार
डीसीपी जितेंद्र मणि ने आरोपी का जल्द से जल्द पता लगाकर उसे गिरफ्तार करने के लिए मेट्रो यूनिट के स्पेशल स्टाफ की एक टीम को भी इस केस की जांच में लगा दिया। स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पैक्टर अजय कुमार की अगुवाई में पुलिस की टीम ने युवती से पूछताछ करके आरोपी के हुलिए के बारे में जानकारी ली और घटना के दिन कड़कड़डूमा और यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर और ट्रेन के कोच में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के जरिए आरोपी की पहचान करके प्रीत विहार मेट्रो स्टेशन से उसे गिरफ्तार कर लिया। अपने बचाव में आरोपी दलील देता रहा कि उसने जान बूझकर कोई गलत हरकत नहीं की और ट्रेन में भीड़भाड़ व धक्कामुक्की के चलते वह लड़की से टकराया था, लेकिन युवती ने अपनी शिकायत में जो कुछ बताया था, वह आरोपी से इस दावे से कहीं ज्यादा था।