वैज्ञानिकों का दावा है कि जिस रफ्तार से डायबिटीज की बीमारी फैल रही है, उसे देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि साल 2050 तक दुनियाभर में 1 बिलियन (100 करोड़) शुगर के मरीज हो जाएंगे। वैज्ञानिकों ने साल 1990 से 2021 के बीच 204 देशों में 27,000 से अधिक डेटा का अध्ययन करने के बाद यह दावा किया है। भारत में डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़े हैं। देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 101 मिलियन से अधिक हो गई है। साल 2019 में यह संख्या 70 मिलियन थी यानी तीन साल में 30 मिलियन से ज्यादा लोग शुगर के मरीज बन गए हैं।
डायबिटीज की रफ्तार क्यों बढ़ रही है
डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है इसे सिर्फ कंट्रोल करके ही स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। चलिए जानते हैं कि डायबिटीज की रफ्तार क्यों बढ़ रही है और आप बचने के लिए क्या उपाय कर सकते हैं। अध्ययन में पाया गया है कि टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज में सबसे ज्यादा मामले टाइप 2 डायबिटीज के होंगे। टाइप 1 डायबिटीज एक ऑटोइम्यून बीमारी है जहां शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है और यह ज्यादातर बच्चों में देखा जाता है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जहां धीरे-धीरे इंसुलिन रेजिस्टेंस होता है और यह आमतौर पर वयस्कों में देखा जाता है और इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
डायबिटीज एक साइलेंट किलर बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को नष्ट करती है। इससे कई जटिलताएं जुड़ी हैं। शुगर के मरीजों को इस्केमिक हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, कम दिखना, पैर में अल्सर होने का खतरा अधिक होता है। वैज्ञानिकों ने डायबिटीज के बढ़ने के दो प्रमुख कारण बताए हैं जिनमें उम्र और मोटापा है। शोधकर्ताओं का मानना है कि सुस्त जीवनशैली और गलत खानपान की वजह से लोगों का बीएमआई (मोटापा) बढ़ रहा है।
मोटापा बढ़ने के कारण
हाई कैलोरी फूड्स का अधिक सेव, हेल्दी फूड्स के लिए पैसों की कमी ,अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स का अधिक सेवन ,फैट और शुगर का ज्यादा सेवनएनिमल प्रोडक्ट का अधिक इस्तेमाल , किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी में शामिल नहीं होना ,मोटापा कम करें ,फाइबर का सेवन बढ़ाएं और साबुत अनाज वाले खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करें ,काम के दौरान लंबे समय तक बैठे रहने के बजाय छोटे ब्रेक लें,रोजाना चलने की कोशिश करें ,रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें ,ज्यादा प्यास लगना ,हमेशा थकान रहना ,बेवजह वजन कम होना ,कम या धुंधला दिखना ,बार-बार पेशाब आना।