मोबाइल और महिलाओं पर चौकाने वाला सर्वे : भारत में मोबाइल यूजर्स पर एक सर्वेक्षण किया गया. यह सर्वेक्षण Oxfam ने किया है. Oxfam के सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि भारत में सिर्फ 32 फीसदी से भी कम महिलाएं मोबाइल का इस्तेमाल करती हैं. वहीं मोबाइल फोन रखने वाले पुरुषों की संख्या 60 फीसदी से ज्यादा है. ‘India Inequality Report 2022: Digital Divide’ के नाम से किए गए इस सर्वेक्षण में साल 2021 तक का डाटा इस्तेमाल किया गया है. भारत में डिजिटल उपकरणों का लाभ उठाने में महिला और पुरुष कितने अलग-अलग हैं, इस सर्वे की रिपोर्ट में यह देखा जा सकता है.
देश में 61% पुरुषों के पास मोबाइल फोन
रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाओं के पास आमतौर पुरुषों के मुकाबले सस्ता फोन होता है. यहां तक कि महिलाएं फोन पर सबसे ज्यादा मैसेज या कॉल करती हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाएं, डिजिटल सुविधाओं का कम लाभ उठा पाती हैं और वह इंटरनेट सुविधाओं का भी कभी कभार ही यूज करती हैं. Oxfam रिपोर्ट के अनुसार भारत में कुल इंटरनेट यूज में महिलाओं की भागीदारी एक तिहाई है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय घरों में अमूमन डिजिटल डिवाइस की खरीदारी और उसका इस्तेमाल पुरुषों द्वारा ही की जाती है।
एक मीडिया रिपोर्ट की खबर है कि ऑक्सफैम की रिपोर्ट कहती है, सामान्य वर्ग के मुकाबले अनुसूचित जाति के लोगों के पास 1 फीसदी से कम और अनुसूचित जनजाति वर्ग के मात्र 2 फीसदी लोगों के पास कंप्यूटर या लैपटॉप हैं. जी हाँ ये मौजूदा आंकड़े एक रिपोर्ट पर आधारित है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में जाति, धर्म, जेंडर और भौगोलिक स्थितियों आधार पर समानताएं बढ़ रही हैं. इसका असर डिजिटल जगत में नजर आ रहा है. इसका एक उदाहरण मोबाइल यूजर्स की संख्या से पता चलता है।
रिपोर्ट के मुताबिक देश में 61 फीसदी पुरुष मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन महिलाओं का आंकड़ा चौंकाता है. देश में मात्र 31 फीसदी महिलाओं के पास मोबाइल हैं. इंडिया इनईक्वैलिटी रिपोर्ट 2022 में जाति वर्ग आधार पर भी तकनीक की पहुंच को समझाया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, सामान्य वर्ग के 8 फीसदी लोगों के पास कंप्यूटर या लैपटॉप है।