मृत्यु का पूर्वाभास ? जानें क्या कहता है विज्ञान : बचपन से लेकर अब तक कई बार हम सुन चुके हैं कि मरने से पहले ही इंसान को अपनी मौत का पूर्वाभास हो जाता है। दादी-दादा, नाना-नानी ने बहुत बार ऐसी कहानियां भी सुनाई हैं। इस मुद्दे पर सैकड़ों हजारों साल से बहस छिड़ी हुई है। हर धर्म के लोग फिर चाहे वो हिंदू हो या मुस्लिम सिख हों या ईसाई इस बात पर विश्वास करते हैं। हालांकि अभी तक विज्ञान ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। क्या आपके जेहन में भी ऐसा ख्याल आता है कि सच में किसी को अपनी मौत से पहले ही पता चल जाता है कि वो अब इस दुनिया से रुखसत होने वाला है? लेकिन क्या आप जानते हैं कि भोजपुरी लोक गायिका शारदा सिन्हा को भी अपनी मौत का आभास हो गया था? ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि उनके बेटे ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था, जिसे देख लोगों ने इस बात के कयास लगाए। आइए आपको बताते हैं कि इसके पीछे का सच क्या है…
शारदा सिन्हा को हो गया था मौत का आभास
इसी महीने की 5 नवंबर 2024 को भोजपुरी लोक गायिका शारदा सिन्हा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी मौत से पूरे देश में शोक की लहर थी, राजनेताओं से लेकर अभिनेताओं तक ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। वहीं उनके बेटे ने उनकी मौत के बाद अपनी मां को याद करते हुए उनके कुछ अंतिम पलों के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए। जिनमें से एक वीडियो को देख कहा जा रहा है कि उन्हें मरने से पहले ही अपनी मौत का आभास हो गया था।
मृत्यु से 54 घंटे पहले शारदा हो गया था आभास
शारदा सिन्हा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। उसके अनुसार मरने से 54 घंटे पहले शारदा को मौत का आभास हो गया था। इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि शारदा खिड़की पर बैठी एक मैना से बात कर रही हैं। वो कहती हैं- ‘की हो निकाल न हमरा… गप्प कर लें। हां हो? अचानक? अंशुमन बोलते हैं तुम्हीं से गप्प करने आई है। शारदा बोलती हैं- चिड़िया, चिया ओ चिड़िया। क्या बोलती हो? हम भी आ रहे हैं तुम्हारे पास। इसके बाद वो एक टक उस मैना को देखती रहती हैं। फिर वो बोलती हैं पूछो न वंदना क्यों आई है। तो वो बोलती हैं तुमसे बात कर रही हैं।
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क्या कहता है विज्ञान?
अब सवाल ये उठता है कि क्या शारदा सिन्हा को अपनी मौत का आभास हो गया था? लेकिन दिमाग में एक सवाल है जो चक्कर लगा रहा है कि विज्ञान क्या कहता है? देखा जाए तो शिव पुराण और गरुड़ पुराण में इस बात का अलग-अलग तरह से बखान किया गया है। वहीं लोगों का मानना है कि मौत आने से पहले संकेत जरूर देती है। लेकिन विज्ञान का कहना है कि ऐसा नहीं है, वो ऐसी बातों की पुष्टि नहीं करता। साइंस में ऐसी धारणा को प्रिमोनीशन कहा जाता है।
किन लोगों को होता है मौत का पूर्वाभास
वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसे ख्याल उन लोगों के मन में आते हैं जो बीमार या परेशान हों। जिन लोगों की इच्छा शक्ति कमजोर होती है उन्हीं के मन में मृत्यु का भाव आता है। उसी डर से घिरे व्यक्ति को मौत का पूर्वाभास होता है। विज्ञान कहता है कि दुनिया में आज तक कभी भी किसी अच्छे-खासे चलते फिरते इंसान को उसकी मौत का पूर्वाभास नहीं हुआ है जिसकी मौत हो गई हो। एक रिसर्च में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि बीमार लोगों को ही इस तरह के पूर्वाभास होते हैं।