काशिफ़ रिज़वी की रिपोर्ट। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने सूदखोरों के खिलाफ अभियान की शुरूआत की है। सूदखोर ब्याज पर उधार रुपए देकर आमजन और परेशान लोगों का मानसिक उत्पीड़न करते हैं। कमिश्नरेट पुलिस ने इस अभियान के तहत पहली कार्रवाई की है, और दो सूदखोरों को अरेस्ट किया है। अब इनके खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई होगी। ये सूदखोर उधार देने से पहले जरूरतमंद से ब्लैंक चेक पर साइन करा लेते हैं। इसके बाद उगाही करते रहते हैं। शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर ने शहरवासियों से सूदखोरों की शिकायत पुलिस से करने की अपील की थी। कानपुर में सूदखोरों का जाल फैला हुआ है। इस जाल को तोड़ने के लिए पुलिस का एक्शन भी शुरू हो गया है। शनिवार को हरबंश मोहाल थाना पुलिस ने दो सूदखोरों को अरेस्ट किया है। दोनों सूदखोर पीड़ित से मनमानी वसूली कर रहे थे। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी।
ब्लैंक चेक पर कराते हैं साइन
हरबंश मोहाल निवासी करूणा शंकर वाजपेई ने पुलिस को बताया था कि उन्हें सूदखोर परेशान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीमार हो जाने के कारण व्यापार में घाटा हो गया था। इसलिए दिलीप गुप्ता से 10 लाख रुपए उधार लिए थे। दिलीप गुप्ता ने 3 प्रतिशत ब्याज की दर से उधार रुपए दिए थे। इसके बाद बीच-बीच में ब्याज की दर बढ़ाते चले गए। मैं 10 लाख की जगह दिलीप को 15 लाख दे चुका हूं। इसके बाद भी 20 लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। दिलीप ने ब्लैंक चेक पर साइन कराकर अपने पास रख लिया है।
मानसिक रूप से करते हैं प्रताड़ित
करूणा शंकर ने बताया कि इसी तरह से मैंने शंकर गुप्ता से 12 लाख रुपए लिए थे। मैं शंकर गुप्ता को 22 लाख रुपए दे चुका हूं। इसके बाद भी मुझसे जबरन वसूली कर रहे हैं। दिलीप गुप्ता और शंकर गुप्ता के गुर्गे मुझसे वसूली करने के लिए आते हैं। मेरे साथ गाली-गलौच, जान से मारने की धमकी देने के साथ ही मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं।
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गैंगेस्टर एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर असीम अरूण का कहना है कि सूदखोरी अपराध की श्रेणी में आता है। इसमें जो भी शामिल पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूदखोरों से परेशान लोग अपनी समस्या पुलिस से बता सकते हैं। सूदखोरों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।