उत्तरकाशी : सिल्क्यारा टनल में प्लाज्मा कटर के साथ 16 दिनों से जुड़ी जंग, रेस्क्यु अभियान के तहत विशेषज्ञों की मदद से तैयार हुआ प्लेटफार्म !
सिल्क्यारा टनल मे 16 दिनों से 41 मजदूर जिन्दगी और मोत के बीच जंग लड रहे है, रेस्क्यु अभियान मे देश की सभी एजेंसियों सहित विदेशी विषेशज्ञों को भी लगाया गया है।
48 मीटर तक ह्यूमन पाईप लाईन भी बिछायी गयी है पर अंतिम क्षणो मे इस पाईप लाईन के अन्दर ऑगर मशीन का ब्लेड टूट जाने से नयी समस्या उत्पन्न हो गयी।
आनन फानन मे हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मंगवाया गया जिसे देर रात को एयर लिफ्ट कर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचाया गया और सिल्क्यारा के लिए रवाना किया गया साथ ही बचाव एजेंसियों ने टनल के ऊपर वर्टिकल डिरिलिंग के लिए प्लेटफार्म तैयार कर लिया है।
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हालांकि वर्टिकल डिरिलिंग मे काफी समय लग सकता है पर बचाव दल को विश्वास है कि यह प्रयास सफल होगा साथ ही प्लाज्मा कटर से ऑगर मशीन के फंसे कटर को काटने का काम किया जायेगा ।
अगर ऑगर मशीन का कटर जल्दी काट लिया जाएगा तो बाकी बचे 9 मीटर पर मेनुवल तरीके से पाईप बिछाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी ।
अगर सब सही रहता है तो दो से तीन दिन मे यह सभी मजदूर टनल से बाहर होंगे फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित एवं स्वास्थ्य है।