सरकार की चेतावनी से अफसर बेपरवाह : उत्तराखंड में सड़कों की बदहाली और राजधानी देहरादून स्मार्ट सिटी में सड़कों के खस्ताहाल के खिलाफ गड्ढों में सड़क और सड़क में गड्ढे अभियान चला रहे उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने मुख्यमंत्री के द्वारा प्रदेश और राजधानी की सड़कों को 15 अक्टूबर तक गड्ढा मुक्त करने वाली घोषणा की समय सीमा समाप्त होने पर राजधानी देहरादून के बंजारावाला चौक पर खड़े हो कर पूरे क्षेत्र की बदहाल सड़कों का हाल दिखाते हुए कहा कि या तो मुख्यमंत्री राज्य व राजधानी की सड़कों के वास्तविक हालातों से अंजान हैं जो वे कोई भी तिथि घोषित कर देते हैं या प्रदेश के अधिकारी उनकी घोषणाओं और आदेशों को गंभीरता से नहीं लेते । उन्होंने कहा कि धर्मपुर रायपुर कैंट राजपुर व मसूरी विधानसभा क्षेत्रों की अनेकों सड़कें आज भी जर्जर हैं जिस दिन मुख्यमंत्री की घोषणा की अंतिम तिथि पूरी हो रही है । उन्होंने क्षेत्र वासियों से बातचीत करते हुए जब सड़कों के हाल के बारे में बात की तो क्षेत्र की पूर्व ग्राम प्रधान घनी माला ने कहा कि केवल बंजारावाला नहीं बल्कि कारगी, चांचक, मोथरावाला, दौड़ वाला , सिदेश्वर मंदिर मार्ग सभी जगह सड़कों का बुरा हाल है।
उन्होंने काफी लंबे क्षेत्र में सूर्यकांत धस्माना के साथ पैदल चल कर ध्वस्त पड़ी सड़कों का मुआयना करवाया। धस्माना ने लगभग चार किलोमीटर पैदल चल कर सड़कों की दुर्दशा देखी व स्थानीय जनता से बातचीत की। क्षेत्र के नागरिक अनिल सिलसवाल ने बताया कि पिछले दो ढाई साल से क्षेत्र की सड़कें खुदी पड़ी हैं और इसकी शिकायत ले कर विधायक के पास जाते हैं तो वे दो टूक जवाब देते हैं कि अगर विकास करना है तो थोड़ी तकलीफ तो झेलनी पड़ेगी। बंजारावाला में ही ऑटो रिक्शा चलाने वाले स्थानीय निवासी श्याम सिंह थापा ने कहा कि बंजारावाला चौक पर कोई दिन ऐसा नहीं गुजरता जिस दिन खराब पड़ी सड़क के कारण दुर्घटना में कोई ना कोई घायल ना हो। स्थानीय निवासी कुंवर सिंह बर्थवाल ने कहा कि हम लोग शिकायत करते करते थक गए किंतु कोई सुनने वाला नहीं। दौरे के बाद ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ललित भद्री के निवास पर स्थानीय नागरिकों व कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए धस्माना ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में चाहे राष्ट्रीय राजमार्ग हो या राज्य राजमार्ग या फिर संपर्क मार्ग सभी के हाल खस्ता हैं और पूरे प्रदेश में खराब सड़कों के कारण अनेक दुर्घटनाएं हुईं जिनमें बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवाई है। धस्माना ने कहा कि राजधानी देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर भाजपा सरकार ने देहरादून की जनता के साथ भद्दा मजाक किया हैं ।
उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी आज शहर की सड़कों की दुर्दशा सब के सामने है और जब कांग्रेस ने गड्ढों में सड़क और सड़क में गड्ढे अभियान चलाया तो प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को 15 अक्टूबर तक राज्य व राजधानी देहरादून की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश दिए और जब वह समय सीमा समाप्त हो गई है तब मैं राज्य व राजधानी देहरादून के लोगों को सड़कों के हालात लाइव दिखा रहा हूं । धस्माना ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री की घोषणा और स्पष्ट चेतावनी के बाद भी राजधानी की सड़कों की ऐसी दुर्दशा है तो प्रदेश के दूर दराज के इलाकों की सड़कों के हाल के बारे में कल्पना की जा सकती है। धस्माना ने कहा कि उनका अभियान अभी चलता रहेगा और वे सरकार शासन प्रशासन व सिस्टम को जागने के लिए मजबूर कर देंगे।