जानकारी के अनुसार, केरल कोझिकोड जिले में बढ़ते निपाह वायरस के मामलों ने सरकार और लोगों को किया सतर्क ।
निपाह वायरस का बढ़ता खतरा:
केरल के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या चिंता का कारण बन गई है।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के कार्यालय ने इस खबर की पुष्टि की है कि एक 39 वर्षीय व्यक्ति के सैंपल में निपाह वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।
यह व्यक्ति अभी भी अस्पताल में निगरानी में हैं। इसके साथ ही, कोझिकोड में निपाह संक्रमण के कुल मामलों की संख्या छह हो गई है।
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वायरस से संक्रमित अन्य पांच अस्पतालों में भी इलाज चल रहा है।
निपाह वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते, केरल सरकार ने संवेदनशीलता और सतर्कता बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं।
जिले के घरों के पांच किलोमीटर के दायरे को isolated क्षेत्र घोषित किया गया है जहां संक्रमित व्यक्तियों के घर हैं।
स्थिति की निगरानी बनाने और निपाह संक्रमण के प्रबंधन के लिए, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, RML अस्पताल और NIMHANS के विशेषज्ञों की पांच सदस्यीय टीम को केरल में तैनात किया गया है।
इसके साथ ही, उच्च जोखिम वाली संपर्क सूची में शामिल अन्य 15 लोगों के सैंपल भी परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
निपाह वायरस एक जानलेवा वायरस है जो फ्रूट बैट्स से मनुष्यों में संक्रमण का कारण बन सकता है।
इसके लक्षणों में ज्वर, सिरदर्द, उल्टियां, गर्मियों के दिनों में होने वाली बेहोशी शामिल होती हैं। निपाह वायरस के संक्रमण से मौत का खतरा भी हो सकता है।
सतर्क रहना जरूरी:
निपाह वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना, बिना सुरक्षा के फलों का सेवन न करना, और वायरस संक्रमित व्यक्तियों से संपर्क से बचना जरूरी है।