सांसद जोशी ने शिक्षा मंत्री को चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा में स्थित श्रीकल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय के परिसर के रूप में परिवर्तीत करवाने का आग्रह करते हुये बताया की वर्तमान सरकार के द्वारा भारत की प्राचीन शिक्षा पद्धति के मुल्यों को नयी शिक्षा नीति-2020 में समाहित कर भारतीय सनातन संस्कृति और वैदिक परम्परा को अक्षुण्य बनये रखने के लिये महती भूमिका निभाई। जिसमें चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा में लुप्त वैदिक संस्कृति को जीवंत करने एवं वैदिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये 27 मार्च 2018 को श्रीकल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय की स्थापना हुयी है।
इस विश्वविद्यालय का उद्देष्य भारतीय पारम्परीक वैदिक शिक्षा पद्धति को पुनर्जीवित करने हेतु वैदिक ग्रन्थों में निहित विषय जैसे भारतीय भाषा, दर्षन, वास्तु, कला, संस्कृति, योग, आयुर्वेद, वैदविज्ञान, प्रोद्योगिकी, वैदिक गणित आदि का पठन पाठन एवं अनुसंधान करना है। यहॉ पर 7 संकाय संचालीत हैं तथा स्नातक स्तर, स्तातकोतर स्तर, अनुसंधान उपाधि स्तर, प्रमाण पत्र व डिप्लोमा के कोर्स संचालित हैं। यहॉ पर ग्रन्थालय, वैदिक यज्ञषाला भोजनषाला के साथ साथ सभी प्रकार की भौतिक एवं आधारभूत सुविधाऐं उपलब्ध है। इसको यदि केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त होता हैं तो न केवल चित्तौड़गढ़ अपितु पुरे देश के योग एवं वेद विद्या में अध्ययन करने वाले विद्यार्थीयों एवं शोधार्थियों को इसका लाभ मिल पायेगा तथा भारतीय सस्ंकृति के लिये भी यह हितकर रहेगा।
इसके साथ ही सांसद जोशी ने संसदीय क्षेत्र के जिला प्रतापगढ़ में स्थित वेद विद्या का शिक्षण संस्थान श्री ब्रम्हज्योती वैदिक गुरूकुल संस्थान,प्रतापगढ़ जो की वर्ष 2013 से वेद पाठशाला के रूप में संचालित है, प्रतापगढ़ जिले में वेद विद्या के महत्व को ध्यान में रखते हुये श्री ब्रम्हज्योती वैदिक गुरूकुल संस्थान, प्रतापगढ़ को महर्षि सन्दीपणी राष्ट्रीय वेद विद्या निकेतन, उज्जैन (म.प्र.) से मान्यता दिलवाने का भी आग्रह किया।
इसके साथ ही सांसद जोशी ने केन्द्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान को प्रतापगढ़ जिले के छोटीसादड़ी में निर्मित जवाहर नवोदय विद्यालय के लोकार्पण के लिये पधारने का आग्रह किया।
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