मच्छर कई गंभीर बीमारियों की वजह बनते हैं। डेंगू चिकनगुनिया जैसी बीमारियां इन दिनों तेजी से लोगों का अपना शिकार बना रही हैं।
ऐसे में जरूरी है कि इन बीमारियों से बचने के लिए मच्छरों से अपना बचाव किया जाए। अगर आप भी मच्छरों से परेशान हैं तो इन टिप्स की मदद से इनसे राहत पा सकते हैं।
आइए जानते हैं मच्छरों से बचने के कुछ टिप्स।
मच्छर के काटने से न सिर्फ स्किन पर खुजली वाले लाल रैशेज या चकत्ते पड़ते हैं, बल्कि डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बना रहता है।
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बचाव के सभी कार्यक्रम मच्छर की फौज के सामने ध्वस्त दिखाई पड़ते हैं, लेकिन समझदारी इसमें है कि सभी मिल कर मच्छर से बचाव के प्रति सचेत और सजग रहें, जिससे हर एक घर इनके प्रकोप से बच सके।
जरा सी लापरवाही बड़े खतरे को बुलावा दे सकती है।
गर्मियों में इनकी तादाद और भी बढ़ जाती है, जिससे इनके काटने का डर और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
मच्छरों से ऐसे में करें बचाव
बाहर निकलते समय पूरे बाजू के कपड़े पहनें।
बाथरूम में पानी स्टोर करते हैं तो उसे प्रतिदिन बदलें।
घर के आसपास गड्ढे और रास्ते साफ रखें जहां पानी एकत्रित न हो सके।
अपने पड़ोसियों को भी अपने आसपास की सफाई रखने के लिए जागरूक करें।
खिड़की दरवाजे पर विंडो स्क्रीन या महीन जाली लगवाएं जिससे मच्छर घर के अंदर जा सके।
सोसायटी के स्विमिंग पूल की क्लीनिंग का ध्यान दें और गंदे पूल में न नहाएं।
जाम या खुले गटर को साफ करवा कर ढकें।
कूलर का पानी प्रतिदिन बदलें और इस्तेमाल न होने पर पानी ड्रेन कर के सुखा दें।
पानी की टंकी टाइट फिट के ढक्कन से ढकें।
खुले में कोई बड़ा बर्तन, टब, कंटेनर या डिब्बा न रखें जिसमें पानी एकत्रित हो सके।
मोसक्विटो रिपेलेंट स्प्रे का इस्तेमाल करें जो कि नेचुरल भी होते हैं और लगभग 12 घंटे तक मच्छर को दूर भागने का काम करते हैं।
आजकल इलेक्ट्रिक एंटी मोसक्विटो रिपेलेंट लैंप भी चलन में आया है लेकिन इसके प्रभाव की पूरी जानकारी अभी नहीं है।
मच्छरदानी या मोसक्विटो प्रोटेक्शन नेट का इस्तेमाल करें।
यूक्लीप्टस, लेमनग्रास, रोजमेरी, लैवेंडर जैसे पौधे लगाएं जो मच्छर को दूर भगाने के लिए जाने जाते हैं।