बता दें कि वर्ष 2014 से एमडीडीए यहां redevlopment प्लान लाने की तैयारी में है लेकिन यह योजना तमाम अड़चनों के चलते आगे नहीं बढ़ पाती।
इस पूरे मार्किट के दुकानदारों को एक भव्य काम्प्लेक्स में शिफ्ट किया जाना है।
इसके लिए एमडीडीए की मुख्य मार्किट के दुकानदार तो चिन्हित हो चुके हैं लेकिन पुराने बस अड्डे की तरफ के दुकानदार इस योजना पर राजी नहीं है।
एमडीडीए इनमें से कई को अवैध कब्जाधारी बताता है जबकि कुछ दुकानदार एमडीडीए के खिलाफ कोर्ट गए हुए हैं।
- Advertisement -
एमडीडीए ने यहां पुराने बस अड्डे के पास भी एक अस्थायी मार्किट बनाई थी लेकिन आज बहुत कम दुकानदार इसमें शिफ्ट हुए।
इन तमाम कारणों के चलते आज तक यह परियोजना शुरू नहीं हो पाई।
अब तेज तर्रार आईएएस सोनिका को एमडीडीए का जिम्मा मिला है तो तत्काल ही इंदिरा मार्किट में बुलडोजर पहुँच गया है।
हालांकि आज इस कार्रवाई का दुकानदार विरोध कर रहे हैं।