हिमाचल प्रदेश में इस मानसून में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। अब तक प्रदेश में 258 लोगों और 270 पशुओं की हो हुई है। 10 लोग अभी लापता हैं।
1,658 रियायशी मकान ढहे हैं। आपदा से प्रदेश में 1367.33 करोड़ का नुकसान हुआ है। सरकार ने आपदा से हुए जानमाल की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है।
नुकसान का जायजा और अनुमान लगाने के लिए गृह मंत्रालय भारत सरकार ने संयुक्त सचिव सुनील कुमार बर्नवाल की अध्यक्षता में केंद्रीय दल का गठन किया है। सितंबर में यह टीम हिमाचल आएगी।
प्रदेश में 29 जून को मानसून ने दस्तक दी थी। जिला चंबा, हमीरपुर, किन्नौर, सिरमौर, मंडी और कुल्लू में बारिश ने तबाही मचाई है।
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लोगों के खेत खलियान बारिश के पानी के साथ बह गए। चंबा में गांव को खाली कराया गया। मंडी जिले में आई आपदा से करीब 14 लोगों की मौत हुई है। साथ ही हिमाचल की पेयजल स्कीमें ठप हैं।
कई स्कीमें महीनों से बंद हैं। नेशनल हाइवे, राज्य और जिला मार्ग यातायात के लिए बाधित हैं। लोक निर्माण विभाग को पांच सौ करोड़ रुपये से ज्यादा नुकसान हुआ है। गांव मेें बिजली आपूर्ति प्रभावित है।
दो सौ से ज्यादा ट्रांसफार्मर बंद हैं। उल्लेखनीय है कि सरकार ने जिला उपायुक्तों से जानमाल के नुकसान की रिपोर्ट मांगी थी। सरकार को यह रिपोर्ट मिल गई है। इसे केंद्र को भेजा गया है।
आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव सुदेश कुमार मोक्टा ने कहा कि अब तक प्रदेश में 1367.33 करोड़ का नुकसान हुआ है।