राजधानी दिल्ली के साथ ही हरियाणा जैसे कई राज्यों के लोगों को विदेशों में अपना कारोबार का सपना दिखा White Collar Crime करने वाले एक गैंग पर दून पुलिस द्वारा शिकंजा कसना शुरू किया हैं।
जानकारी के अनुसार, थाईलैंड जैसे देश में होटल,टूरिस्ट,ट्रैवल्स,रेस्टोरेंट व प्रॉपर्टी जैसे व्यवसायों में निवेश कराने के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह के मास्टरमाइंड पति-पत्नी को दून पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार दम्पत्ति राजीव कुमार और सोनिया अम्बाला कैंट के नहोनी इलाकें के रहने वाले हैं।
एसएसपी देहरादून, थाना डालनवाला पुलिस के अनुसार 24 सितंबर 2023 को शिकायतकर्ता रमेश मनोचा पुत्र सत्यपाल मनोचा निवासी- ई-163, 2nd फ्लोर, जी0के0, 3 नई दिल्ली द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया।
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जिसमें उन्होंने बताया कि उनके परिचित इन्द्रजीत सिंह कोहली के जरिये उनका परिचय अनिल उपाध्याय व विजय उपाध्याय पुत्रगण ओम प्रकाश उपाध्याय निवासी- आर्यनगर,थाना डालनवाला, देहरादून से हुआ था।
उपाध्याय बंधुओ द्वारा उनको बताया कि वे बहुत बड़े बिजनेसमेन हैं और अपने सहयोगी राजीव,उसकी पत्नी सोनिया,भांजे अक्षय रतूड़ी के साथ मैसर्स बी0आर0 इण्टरनेशनल थाई कम्पनी लिमिटेड नाम की फर्म के माध्यम से होटल,टूरिस्ट ट्रैवल्स, प्रापर्टी डीलिंग जिसमें बहुमंजिली इमारतें बनाने व थाईलेंड में टूरिस्ट स्थानों में रैस्टोरेंट का व्यवसाय करते है।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार गिरोह के सरगना पति-पत्नी ने दो अलग-अलग पासपोर्ट और आईडी लोगों से ठगी करने के लिए बनाए हुए है।
बताया जा रहा हैं कि गिरोह के सरगना राजीव कुमार की पत्नी सोनिया थाईलैंड की नागरिक हैं।
ऐसे गैंग के सदस्य ज्यादातर थाईलैंड में समय बिताते हैं, अभियुक्तों के खिलाफ धोखाधड़ी करने के अलग-अलग राज्यों में कई मुकदमें पंजीकृत हैं, गिरफ्तार अभियुक्त, 1. राजीव कुमार पुत्र सोम प्रकाश निवासी- नहोनी, अम्बाला कैन्ट, हरियाणा, उम्र 46 वर्ष, 2. सोनिया पत्नी राजीव कुमार निवासी- नहोनी, अम्बाला कैन्ट, हरियाणा उम्र 39 वर्ष White Collar Criminal’s चाहे कहीं भी छुपे हो, दून पुलिस की नजरों से बच नहीं सकते।
ऐसे में पीड़ित लोगों द्वारा आरोपियों के खिलाफ अम्बाला के थाना नारायणगढ़ में धोखाधड़ी से सम्बन्धित कुल 05 मुकदमें दर्ज कराये हैं।
इन मामलों में मुख्य अभियुक्त विजय उपाध्याय को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था,जो अंबाला सेन्ट्रल जेल में बंद है।
वही डालनवाला पुलिस द्वारा दिनांक 04 अक्टूबर 2023 को न्यायालय से अभियुक्त विजय उपाध्याय को न्यायालय उपस्थित करने के लिए वारंट-बी प्राप्त किया गया।
इसके बाद दिनांक 05 अक्टूबर 2023 को जब पुलिस पार्टी द्वारा सैन्ट्रल जेल अम्बाला में वारंट-बी दाखिल किया और नारायणगढ़ थाने से जानकारी की गयी तो पता लगा कि अभियुक्त विजय उपाध्याय यहां पर अभियुक्त राजीव और उसकी पत्नी सोनिया के साथ अपना नाम बदल कर विज्जू डंगवाल पुत्र अनिल प्रकाश डंगवाल के नाम से रह रहा था।
इसके पश्चात पुलिस द्वारा अभियुक्त राजीव कुमार की गिरफ्तारी के लिए दबिश देते हुये उसके गाँव नहोनी थाना मुलाना, जिला अम्बाला, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया।
देहरादून एसएसपी अजय सिंह के अनुसार दून पुलिस की लगातार व्हाइट कॉलर क्रिमिनल के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही के अभियान के अंतर्गत उक्त विवेचना में अन्य राज्यो से भी लगातार संपर्क कर अभियुक्त के विरुद्ध दबिश देते हुए अलग-अलग राज्यों से साक्ष्य संकलन करने में जुटी हैं।
पुलिस पूछताछ के बाद उसके द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर उसकी पत्नी सोनिया को उसके मायके बीसी बाजार बाल्मिकी बस्ती, अम्बाला कैन्ट,हरियाणा से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस पूछताछ में दोनों ने विजय उपाध्याय उर्फ विज्जू डंगवाल, अनिल उपाध्याय और अक्षय रतूड़ी के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से वादी रमेश मनोचा व उसके परिवार को झांसे में लेकर थाईलैंड में व्यवसाय स्थापित करने और भारी लाभ अर्जित करने का लालच देने के सम्बन्ध में कुल 3 करोड़ 35 लाख रुपये लेने की बात स्वीकार की गयी है।
हर हाल में जायेंगे सलाखों के पीछे, विजय उपाध्याय द्वारा अपनी पत्नी के थाई नागरिक होने की बात बताते हुये उसके साथ खुद के बैंकॉक में रहने के बारे में भी बताया था।
साथ ही अपनी कम्पनी से सम्बन्धित दस्तावेज भी वादी को दिखाये थे, उसके पश्चात इनके द्वारा विश्वास जमाने की नियत से वादी और उनके रिश्तेदारों के घर आना-जाना शुरु किया व वादी और उनके परिजनों को अपने थाईलैंड स्थित घर में बुलाया।
इसके बाद एक सोची-समझी रणनीति के तहत वादी और उसके परिजनों को विश्वास में लेकर उनसे होटल व्यवसाय व अन्य ट्यूरिस्ट एक्टिविटीज में इन्वेस्टमेंट के नाम पर करीब 03 करोड़ 35 लाख रुपये लेकर गायब हो गये।
इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायतकर्ता के प्रार्थना पत्र के आधार पर आरोपित लोगों के खिलाफ थाना डालनवाला में धारा-420/406/467/468/471/120बी/34 IPC व 12 पासपोर्ट एक्ट मुक़दमा पंजीकृत किया गया।
आखिर कबूतर बाजी में भी लाखों की धोखाधड़ी वही दूसरी तरफ दून पुलिस को यह भी जानकारी प्राप्त हुई कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने हरियाणा के जनपद अंबाला नारायणगढ़ थाना क्षेत्र में भी लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ग्लोबल वीजा के नाम से एक कार्यालय खोल रखा था।
इस ऑफिस उन्होंने स्थानीय लोगों से विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये लिए, लेकिन किसी का काम नहीं किया, और इतना ही नहीं इसी नाम से उसके द्वारा पहचान पत्र सम्बन्धी अन्य कागजात भी तैयार किये गये थे.