आग इतनी भयंकर थी कि मरने वालों की हडि्डयां तक राख बन गईं। हादसा जरिया इलाके में बुधवार की देर रात हुआ।
पुलिस ने कार के अंदर बचे शवों के कुछ अवशेषों को निकाल कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। कार सवार प्रयागराज में तारीख पर गए थे।
जालौन के थे कार सवार:
मृतकों की पहचान राजेश (53), जितेंद्र (35) और शरीफ (50) के रूप में हुई है।
राजेश और जितेंद्र जालौन के गसिहारी गांव के रहने वाले थे, जबकि शरीफ मोहल्ला चमन का रहने वाला था। कार राजेश की थी।
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तीनों प्रयागराज से बुधवार की शाम तीनों हुंडई I-20 कार से लौट रहे थे।
देर रात करीब 11 बजे हमीरपुर के जरिया इलाके में हादसा हुआ।
ओवरटेक करते समय हादसा:
पुलिस ने बताया कि कार सवार बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से जालौन जा रहे थे।
कार (UP-32 CV-3425) हाईवे पर चल रहे राजस्थान के बीकानेर के एक ट्रक (RJ-07 GB-1796) को ओवरटेक कर रही थी। ट्रक के डीजल टैंक और साइलेंसर से कार का एक हिस्सा टकरा गया।
जिससे दोनों वाहनों की भीषण टक्कर हो गई। टक्कर के बाद कार में आग लग गई।
सूचना पर फोर्स के साथ मौके पर अधिकारी पहुंचे। फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस को बुलाया गया।
मुश्किल से मिले शवों के अवशेष:
मौजूद लोगों ने बताया, “कार में भयंकर आग लगी थी।
उसमें बैठे लोग जिंदा जल रहे थे।
कोई पास जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था।
कुछ देर के लिए हाईवे पर वाहनों की आवाजाही रुकी रही।
दमकल कर्मियों ने मुश्किल से आग पर काबू पाया।
हालांकि तब तक तीनों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी।
कार के अंदर शवों के अवशेष भी नहीं मिल रहे थे। पुलिस ने मुश्किल से कुछ अवशेषों को निकाला।
जेल में बंद है जितेंद्र का भाई:
राजेश के परिजनों ने बताया कि जितेंद्र का भाई धर्मेंद्र किसी विवाद में नैनी जेल में बंद है।
मामले में मुकदमा प्रयागराज में ही चल रहा है।
तीनों उसकी जमानत कराने की कोशिश में जुटे थे।
तीनों अक्सर वहां तारीख पर आते-जाते रहते थे।
बुधवार को तीनों एक साथ कार से प्रयागराज गए थे।
राजेश खेती के साथ ठेकेदारी भी करता था।
परिवार में पत्नी सुनीता के अलावा बेटी चुनमुन और 1 बेटा चिंटू है।
इनमें चुनमुन की शादी हो चुकी है। जबकि बेटा अभी डी फार्मा कर रहा है। उसकी शादी नहीं हुई है।
साथ-साथ रहते थे तीनों दोस्त:
परिजनों ने बताया कि राजेश, शरीफ और जितेंद्र में करीबी दोस्ती थी।
शरीफ पंचर की दुकान चलाकर परिवार का गुजारा करता था।
किसी भी कार्यक्रम के जाना होता तो अक्सर तीनों साथ ही जाते थे।
दोस्ती के कारण राजेश और शरीफ भी चाहते थे कि जितेंद्र का भाई धर्मेंद्र जल्द जेल से बाहर आ जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे पर अफसोस जाहिर किया है।
उन्होंने मरने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए कामना की है।
इसके अलावा परिजनों के प्रति शोक संवेदना जताई है।