देहरादून में ज़मीन के फ्रॉड सौदागर पहुंचे जेल : अगर आप भी ज़मीन खरीदने की सोच रहे हैं और किसी सौदे के लिए रकम चुकाने जा रहे हैं तो खोजी नारद की इस खबर को ज़रूर पढ़ लें क्योंकि हो सकता है आपके साथ भी वैसा ही फर्जीवाड़ा न हो जाए जैसा पीड़ित शूरवीर सिंह गुसांई के संग हो गया था लेकिन शुक्र है न्यायपालिका का जिसने तेज़ी से सुनवाई करते हुए न सिर्फ पीड़ित को न्याय दिया बल्कि गोरखधंधे में संलिप्त गुनहगारों को जेल के पीछे धकेल दिया है। मामला चैक बाउंस होने के इस मामले मे न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट / तृतीय अपर सिविल जज (जू०डी०) ईशॉक की अदालत ने अरोपी अटल थपलियाल को दोषी करार देते हुए 1 वर्ष तक का साधारण कारावास के साथ 1,50,000/- रूपये अर्थदण्ड तथा 1,30,000/- रूपये प्रतिकर एवं 20,000/- रूपये राजकोष में जमा करने के आदेश पारित किये गये तथा अर्थदण्ड अदा न करने पर 1 माह का अतिरिक्त कारावास भोगने का निर्णय सुनाया गया है। आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला।
अधिवक्ता दीपक मेंगवाल ने दिलाया पीड़ित को न्याय
पीड़ित के अधिवक्ता दीपक संगवाल ने जिस तरह से तगड़े सबूत और जिरह की उसके बाद तो धोखाधड़ी करने वाले के होश ही उड़ गए और ये निर्णय सामने आया है। आपको बता दें कि परिवादी शूरवीर सिंह गुसांई ने अभियुक्त अटल थपलियाल और टोप बहादुर थापा को जमीन के लिए 10 लाख रूपये दिये गये परन्तु अटल थपलियाल व टोप बहादुर थापा ने पीड़ित को ना तो जमीन दी और न रूपये लौटाये, काफी समय तक अभियुक्त अटल थपलियाल ने पीड़ित को परेशान करते हुए चक्कर कटवाए और उसके रूपयों को वापस नहीं किया ।
अभियुक्त अटल थपलियाल की होशियारी पड़ी उलटी – पहुंचे जेल
अब इस केस में आगे क्या हुआ आपको बताते हैं …. कुछ समय बाद अभियुक्त अटल थपलियाल ने होशियारी दिखते हुए रकम लौटाने के नाम पर एक लाख रूपये का चैक परिवादी बैंक को दिया , जो बाउंस हो गया, इसके बाद शिकायतकर्ता ने जब आरोपियों से अपने रूपये वापस मॉगें तो आरोपी काफी समय तक वो टालते रहे उसके बाद शिकायतकर्ता ने नोटिस भेजा फिर भी रूपये न लौटाने पर परिवाद प्रस्तुत कर न्यायालय मे ठोस साक्ष्य प्रस्तुत कर अभियुक्त अटल थपलियाल को सजा दिलाकर परिवादी को 1,30,000/- रूपये अर्थ दण्ड के रूप मे अदा करने का आदेश दिया गया। अभियुक्त अटल थपलियाल काफी समय से फरार चल रहा था, गिरफतार होने के बाद से अभियुक्त अटल थपलियाल जिला कारागार मे बन्द है। अटल थपलियाल व टोप बहादुर थापा ने कई अन्य लोगों के साथ भी ठगी की गयी है। अगर आप भी समझदारी से किसी भी सौदे को पूरी जांच पड़ताल के बाद करते हैं तो किसी भी फर्ज़ीवाड़े से बच सकते हैं इसलिए खोजी नारद की सलाह है कि एडवांस या कोई भी रकम चुकाने से पहले दस्तावेज़ों को एक्सपर्ट से जांच कराये और भरोसेमंद लोगों से ही डील करें क्योंकि लापरवाही बरतने से नुकसान आपका ही होगा।