हल्द्वानी की घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि हल्द्वानी का इतिहास शांति सौहार्द, आपसी भाईचारे और तरक्की का रहा है।
आज की घटना चिंताजनक है. हल्द्वानी में हालात बेकाबू होता देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश दिए हैं।
बवाल और आगजनी के बाद कर्फ्यू लगाए जाने की घोषणा कर दी गई है. जिला प्रशासन ने शुक्रवार को स्कूल बंद रखने का फैसला लिया है।
दंगाइयों पर यूएपीए के तहत कार्रवाई करने का आदेश उत्तराखंड सरकार ने प्रशासन को दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश सिंह रावत ने हल्द्वानी की घटना पर चिंता जताई है।
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उन्होंने कहा कि हल्द्वानी का इतिहास शांति सौहार्द, आपसी भाईचारे और तरक्की का रहा है. आज की घटना बेहद शर्मनाक है. उन्होंने कहा का बवाल का कौन दोषी है, गलती किसकी तरफ से हुई अभी कहना मुश्किल है।
हरीश रावत ने कहा कि इतना जरूर निवेदन करता हूं कि सभी पक्ष शांति बनाए रखें. हल्द्वानी में एक बार फिर से आपसी सौहाद्र बनाए जाने की कोशिश होनी चाहिए।
घटनास्थल पर हरीश रावत ने नहीं जाने की घोषणा की. उन्होंने हल्द्वानी में लोगों से बातचीत का हवाला दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की घटना से हल्द्वानी के लोग भी दुखी हैं. प्रशासन समेत सभी पक्षों को धैर्य और संयम बनाए रखने की आवश्यकता है।
बता दें कि बनभूलपुरा में अवैध मदरसे और मस्जिद को तोड़ने गई पुलिस और जिला प्रशासन की टीम पर उपद्रवियों ने पथराव कर दिया।
उपद्रवियों ने पुलिस, नगर निगम और पत्रकारों की गाड़ियों में भी आग लगाई।
इस दौरान कई पुलिस कर्मी घायल भी हुए. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ स्थिति की समीक्षा बैठक कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का अधिकारियों को निर्देश दिया है।