द्वाराहाट: विधायक प्रकरण के बाद एक बार फिर कुमाऊं इंजीनियरिंग कॉलेज चर्चा में।
जानकारी के अनुसार, बीटीकेआईटी की फ्रेशर पार्टी के दौरान दो छात्र गुट आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते मामला मारपीट तक पहुंच गया। पूरे प्रकरण में दो छात्रों के सिर में आई चोट, अन्य छात्र भी हुए चोटिल ।
निदेशक के आवास पर विधायक के हंगामे के कारण चर्चा में रहे बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (द्वाराहाट इंजीनियरिंग कॉलेज) में अब विद्यार्थी ही आपस में भिड़ गए।
फ्रेशर पार्टी के दौरान विद्यार्थियों के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हो गई।
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इसमें कई विद्यार्थी घायल हो गए। दो को अस्पताल ले जाना पड़ा।
प्रबंधन ने घटना में शामिल 18 विद्यार्थियों को घर भेज दिया है और अपने अभिभावकों के साथ आने के निर्देश दिए हैं।
बीते गुरुवार की रात छात्रों के गुट आमने-सामने आ गए। छात्रों के एक गुट ने दूसरे पर पथराव कर दिया।
कॉलेज प्रशासन पथराव करने वाले छात्रों को चिह्नित करने में जुट गया है।
जानकारी के मुताबिक द्वाराहाट स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में गुरुवार फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया गया था। फ्रेशर पार्टी में हुए कार्यक्रम में छात्रों ने जमकर धमाल मचाया। सब कुछ सही चल रहा था।
छात्रों के बीच विवाद:
इसी बीच देर शाम बी-टेक द्वितीय वर्ष व तृतीय वर्ष के छात्रों के बीच किसी बात पर विवाद हो गया।
तू-तू, मैं-मैं के बाद नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। देखते ही देखते दोनों गुट एक-दूसरे पर लात-घूंसे बरसाने लगे।
इससे कॉलेज में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, कई छात्र अपने-अपने कमरों में दुबक गए।
शोर के बीच मौके पर कॉलेज प्रशासन भी पहुंच गया। तब तक छात्र आपस में उलझते रहे।
बमुश्किल छात्रों को अलग किया गया। छात्रों को अपने-अपने कक्ष में जाने के लिए कहा गया। तब जाकर मामला शांत हो पाया।
आखिर सुरक्षा क्यों नहीं?:
इस मामले मे कॉलेज प्रशासन पर सवाल उठते हैं कि फ्रेशर पार्टी के दौरान सुरक्षा क्यों नहीं थी। छात्रों के बीच हुए विवाद में वारदातकों को कैसे अंतर्निहित रखा गया।
इस मामले को देखते हुए कॉलेजों में सुरक्षा उपायों को और भी मजबूत करने की आवश्यकता है। सख्त कदमों के साथ, छात्रों को अपनी जिम्मेदारी का आदर करना चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं न फिर हों।
न्यायिक कार्रवाई की उम्मीद:
इस मामले में आरोपित छात्रों पर न्यायिक कार्रवाई की उम्मीद, आपसी विवाद के बावजूद, यह जरुरी है कि न्याय ने अपना काम किया जाए और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।