उत्तर प्रदेश : नोएडा शहर में रोजगार के अवसर तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। साथ ही ग्रेटर नोएडा तथा ईडा के क्षेत्र में भी नए-नए रोजगार पैदा हो रहे हैं।
हाल ही में सामने आई एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मात्र 6 महीने में नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्धनगर) में 42 हजार नई नौकरियां प्राइवेट सेक्टर में लगी हैं।
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में रोजगार के रोज नए-नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
आंकड़े दे रहे हैं अच्छे संकेत
सब जानते हैं कि नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा बड़ा औद्योगिक हब है। अकेले नोएडा की बात करें तो उद्योगों के साथ ही साथ यहां सर्विस सेक्टर भी तेजी से विकसित हो रहा है।
- Advertisement -
यही कारण है कि नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में रोजगार की भरमार हो गयी है। नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा को मिलाकर बने गौतमबुद्धनगर जिले से जो आंकड़े सामने आए हैं।
उनके मुताबिक मात्र पिछले 6 महीने में नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में 42 हजार नए सैलरी खाते खुले हैं। इसका सीधा मतलब है कि 6 महीने में नोएडा क्षेत्र में 42 हजार लोगों को रोजगार मिला है।
महामारी के बाद अब सुधर रहे हैं हालात
आपको बता दें कि कोरोना की महामारी के कारण नोएडा में बड़ी संख्या में रोजगार चले गए थे। नौकरी चले जाने के कारण बड़ा संकट भी खड़ा हो गया था।
कोरोना महामारी से उबरने के बाद नोएडा क्षेत्र में मात्र 6 महीने में 42 हजार सैलरी एकाउंट खुलना शुभ संकेत माना जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इससे पहले 2019 में से इन्हीं छह माह के दौरान 32 हजार खाते खुले थे। ऐसे में महामारी के दौरान रोजगार को लेकर खराब हुए हालात काफी हद तक सुधर गए हैं।
जिले की 35 बैंकों की 575 शाखाओं में 14.50 लाख खाते हैं। इनमें से 3.42 लाख वेतन खातों की श्रेणी में आते हैं। बता दें 2023 में जनवरी से जुलाई माह के दौरान करीब 29 हजार सैलरी खाते खुले थे।
वहीं यह आंकड़ा 2021-2022 में केवल 20,188 रहा है। जेएनयू के रिटायर्ड अर्थशास्त्र के प्रोफेसर अरुण कुमार बताते हैं कि कोरोना काल में कई लोगों की नौकरी प्रभावित हुई।
कई कंपनियां बंद होने से बेरोजगारी बढ़ी। ऐसे में रोजगार का बढऩा शुभ संकेत है। हालात सामान्य होने के कारण कई नौकरी नए स्टार्टअप खुलने लगे हैं।
लोगों कों काम मिल रहा है। वहीं, जिले के लीड बैंक मैनेजर विदुर भल्ला ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण ग्राफ काफी ज्यादा गिर गया था। जाहिर है इस दौरान कई सेक्टर प्रभावित हुए थे।