क्या आपने कभी सोचा है कि किसी भी रिलेशनशिप की शुरुआत इतनी अच्छी कैसे होती है और फिर ऐसा क्या हो जाता है कि धीरे-धीरे पार्टनर एक दूसरे से बोर होने लगते हैं? अगर नहीं तो आज हम आपको इस बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल, नए रिश्ते से ही लोग लगातार मैसेजिंग की आदत डाल लेते हैं जो कि रिलेशनशिप के संतुलन को बिगाड़ने का काम करती है। जी हां, अगर आप भी पार्टनर को एक पल टेक्स्ट किए बिना रह नहीं पाते हैं या फिर उनसे भी इस काम की उम्मीद रखते हैं तो जानिए कैसे यह ‘डिजिटल प्यार’ आप दोनों के रिश्ते के लिए मुसीबत बन सकता है।
तुरंत रिप्लाई की उम्मीद
पार्टनर को मैसेज करने पर अगर तुरंत जवाब नहीं मिलता है तो अक्सर कई लोग बेचैन हो उठते हैं। अगर आपका पार्टनर भी आपके मैसेज का रिप्लाई करने में थोड़ा समय लेता है तो इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि उसे आपकी परवाह या फिर आपसे प्यार नहीं है। हो सकता है कि वे किसी काम में व्यस्त हों या फिर उन्हें हर वक्त ऑनलाइन एक्टिव रहना पसंद न हो। ऐसे में, आप उनके शेड्यूल को समझने की कोशिश करें और बार-बार मैसेजिंग से बचें क्योंकि इससे रिश्ते पर काफी बुरा असर पड़ता है।
प्यार का इजहार करें, लेकिन…
पार्टनर की याद आने पर उन्हें मैसेज करना बिल्कुल नॉर्मल है, लेकिन ध्यान रहे कि कई बार जरूरत से ज्यादा मैसेज और कॉल के चलते आप उनके लिए परेशानी भी खड़ी कर सकते हैं। दिनभर ऐसा करने से पार्टनर इरिटेट हो सकता है और आप दोनों के बीच झगड़े बढ़ सकते हैं। आपको यह समझना जरूरी है कि हर व्यक्ति की पर्सनल लाइफ होती है और उन्हें भी अपने काम और अन्य जिम्मेदारियों को निभाना होता है। यही वजह है कि प्यार का इजहार करते हुए आपको थोड़ा संतुलन भी बनाकर रखना होता है, नहीं तो रिश्ते में कड़वाहट घुल सकती है।
बढ़ सकती हैं दूरियां
जब हम अपने साथी को बार-बार मैसेज करते रहते हैं, तो ऐसा लगता है कि हम उनसे कहते हैं, “तुम मुझे हर समय जवाब दो और मेरी हर बात मानो।” यकीन मानिए, यह उन पर प्रेशर डालने जैसा है। हर इंसान को अपनी जिंदगी में कुछ समय अकेले रहने की और अपनी मनमर्जी करने की जरूरत होती है। जब हम उन्हें बार-बार मैसेज करते रहते हैं, तो हम उनकी इस जरूरत को समझ नहीं पाते हैं। इससे वे परेशान हो सकते हैं और हमसे दूर भी हो सकते हैं।