रक्षाबंधन : देहरादून में महिला प्रतिनिधिमंडल ने सीएम धामी की कलाई पर बांधी राखी, मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओं को उपहार किए भेंट।
इस विशेष समारोह के मंच पर खड़ी हुई महिला प्रतिनिधिमंडल ने अपने सशक्त हाथों से सीएम पुष्कर सिंह धामी की कलाई पर राखी बांधकर साक्षरता, स्वावलंबन, और समाज में महिलाओं के योगदान की महत्वपूर्ण भूमिका को प्रतिष्ठित किया।
इस महत्वपूर्ण मौके पर सीएम ने भी सभी महिला प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और अपने हाथों में उनके उपहार दिए।]
यह प्रेरणास्त्रोत सीख देता है कि समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है और उन्हें समाज में समानता के साथ बेहतर अवसर मिलने चाहिए।
- Advertisement -
मुख्यमंत्री की नई पहचान: ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’
रक्षाबंधन के पहले ही इस साल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिला समूहों को एक नई पहचान दिलाई है।
‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ के तहत वोह प्रतिनिधिमंडल और महिला समूहों के बीच समृद्धि और स्वावलंबन की प्रेरणा को मजबूती से बढ़ा रहे हैं।
इस योजना के माध्यम से विभिन्न विकास खंडों में महिला समूहों द्वारा निर्मित स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, जो व्यापारिक रूप से उन्हें मिलेंगे।
यह स्वावलंबन की मार्ग में महिलाओं को एक नई दिशा प्रदान करेगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का अवसर मिलेगा।
उत्पादों का व्यापक बाजार: समृद्धि की दिशा में कदम
इस योजना के प्रत्येक विकास खंड में महिला समूहों ने निर्मित उत्पादों को व्यापक बाजार में प्रस्तुत करने के लिए कदम बढ़ाया है।
वे स्थानीय स्तर पर अपने उत्पादों की प्रदर्शनी आयोजित कर रहे हैं, जिससे उन्हें व्यापारिक अवसर मिल सके।
यह न केवल उनके उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देगा, बल्कि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में अपने उत्पादों की पहचान भी दिलाएगा।
समाज में सुधार: महिलाओं के योगदान की महत्वपूर्ण भूमिका
यह स्पष्ट है कि महिलाएं समाज के हर क्षेत्र में अपने योगदान के लिए तैयार हैं, चाहे वो विज्ञान और प्रौद्योगिकी हों, या उद्योग और कृषि।
उन्हें समाज में समानता के साथ अवसर मिलने चाहिए, ताकि वो अपने परिश्रम से समृद्धि और समाज में सुधार की दिशा में कदम बढ़ा सकें।
यह स्पष्ट है कि महिलाओं का समाज में महत्वपूर्ण योगदान है और उन्हें समाज में समानता के साथ बेहतर अवसर मिलने चाहिए।
‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ के माध्यम से महिलाओं को स्वावलंबन की दिशा में मार्गदर्शन मिल रहा है, जिससे वे अपने प्रतिष्ठित उत्पादों को व्यापारिक बाजार में प्रस्तुत करके समाज में समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ा सकें।
इससे समाज का सामाजिक और आर्थिक विकास समृद्धि की दिशा में बढ़ेगा, और हमारी समाजशास्त्र के परिप्रेक्ष्य में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा।