उत्तराखण्ड

संस्कृति, विरासत, प्रकृति प्रदत्त, राज्य का विकास, महिला सशक्तिकरण, अन्य राज्यों को उत्तराखंड से सीखनी चाहिए संवेदनशीलता: राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति ने देवी पार्वती, रानी कर्णावती, बछेंद्री पाल, बसंती बिष्ट और हॉकी स्टार वंदना कटारिया का उदाहरण देते हुए

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अन्य राज्यों को अपनी बेटियों के प्रति इस संवेदनशीलता के लिए उत्तराखंड और यहां के लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए।

उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति है और इसे संरक्षित किया जाना चाहिए।

संस्कृति के वास्तविक अग्रदूतों को संरक्षित और बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

राष्ट्रपति ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि कई बार ऐसे लोगों को बढ़ावा मिलता है।

विदेशों में संस्कृति को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है, जिन्होंने सदियों से संस्कृति की रक्षा कर रहे लोगों से इसका अनुकरण या सीखा है।

हमें वास्तविक प्रतिनिधियों को बढ़ावा देना चाहिए, वे प्रोत्साहन और प्रशंसा के पात्र हैं: राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति ने कहा कि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सर्वांगीण विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वर्ष 2047 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाएगा तो राज्य देश में नंबर एक होगा।

मुर्मू ने कहा कि राज्य के मेहनती लोगों ने राज्य की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने राज्य को अध्यात्म और शाश्वत शांति की भूमि बताते हुए कहा कि राज्य में आधुनिक और आयुर्वेदिक दवाओं के कई केंद्र खुल रहे हैं और चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में इसकी अपार संभावनाएं हैं।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड का 70 प्रतिशत भूमि क्षेत्र वनों से आच्छादित है और यह देश को ऑक्सीजन प्रदान करता है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है और इस यात्रा को सबसे बड़ी प्रेरणा महिलाएं ही देती हैं।

राज्यपाल ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना से प्रदेश के लोगों का पहाड़ों में रेलवे लाइन का सपना साकार हो रहा है।

चार धाम बारहमासी परियोजना भी पूरी होने की ओर है और उड़ान योजना के तहत राज्य में हवाई संपर्क बढ़ रहा है।

राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि एक फौजी का बेटा होने के नाते उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन उन्हें अपने आवास पर देश के सर्वोच्च सेनापति का स्वागत करने का मौका मिलेगा।

राष्ट्रपति को महिला सशक्तिकरण की मिसाल बताते हुए सीएम ने कहा कि मुर्मू सादा जीवन उच्च विचार की बात को मानते हैं और उस पर अमल करते हैं।

राष्ट्रपति ने इस अवसर पर बिजली, स्वास्थ्य और परिवहन से संबंधित 2,001.94 करोड़ रुपये की नौ विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।

उन्होंने 538.35 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाओं का उद्घाटन किया और 1,473.59 करोड़ रुपये की छह परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

 

 

 

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