इसके अलावा धंसने से हाईवे पर जो दरारें पड़ गई थीं और जिन्हें बीआरओ ने पहले भर दिया था, उनमें फिर से दरारें दिखने लगी हैं।
बीआरओ के अधिकारियों ने कहा है कि इन घटनाक्रमों का राजमार्ग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि यात्रा सीजन में बद्रीनाथ जाने वाले भारी ट्रैफिक का असर हाईवे पर देखने को मिलता है।
जोशीमठ से मारवाड़ी तक हाईवे पर पुरानी और नई दरारें साफ नजर आ रही हैं।
यह राजमार्ग बद्रीनाथ का मुख्य मार्ग है और इसका उपयोग तीर्थयात्री और यात्री हेमकुंड और फूलों की घाटी की यात्रा के लिए भी करते हैं। यह राजमार्ग भारत-चीन सीमा क्षेत्र में माना दर्रे की ओर भी जाता है।
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सड़क में दरारों के अलावा जेपी स्टोर के पास हाइवे के किनारे की दीवारों में भी कुछ दरारें आ गई हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि भविष्य में और समस्याओं को रोकने के लिए इन मुद्दों का जल्द ही इलाज किया जाना चाहिए।