प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा व पार्षद शकुंतला शर्मा ने कहा कि ऋषिकेश के स्थानीय निवासी के साथ मंत्री प्रेमचंद द्वारा मारपीट की गयी है।
यह बहुत ही निदंनीय घटना है अगर आम नागरिको के साथ भाजपा सरकार के मंत्री इस तरह के कृत्य करते रहेगें तो इन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नही है।
कांग्रेस ने राज्यपाल महोदय से माँग की कि मंत्री अग्रवाल को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाये और उक्त घटना की निष्पक्ष न्यायिक जांच के आदेश दिये जाए ताकि दोषी को सजा मिल सके।
पूर्व प्रदेश सचिव विमला रावत व कमलेश शर्मा ने कहा कि पुलिस द्वारा सुरेंद्र सिंह नेगी के द्वारा मंत्री, पीआरओ व गनर के विरूद्ध लिखित शिकायत दर्ज की गई परन्तु पुलिस द्वारा एफ़आईआर में केवल पीआरओ व अन्य लिखा है जोकि सरासर ग़लत है।
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शिकायत में नाम होने के बाद भी एफआईआर में मंत्री अग्रवाल का नाम का उल्लेख नहीं किया गया जोकि कि सही नहीं जबकि वीडियो में मंत्री स्पष्ट रूप से पीड़ित को अपने साथियों के साथ मारपीट कर रहे हैं।
क्योंकि वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पूरी घटना के दोषी हैं तो उनका नाम एफ़आईआर में जोड़ा जाय ।