उत्तराखण्ड

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से, नई दरारों ने बढ़ाया डर, जानिए क्या है तैयारी:

उत्तराखंड के जोशीमठ में नई दरारों के खौफ के बीच उत्तराखंड सरकार ने इस साल की चारधाम यात्रा की तारीख का ऐलान कर दिया है।

अक्षय तृतीया यानी 22 अप्रैल को यह यात्रा शुरू होगी। इसी दिन गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खोले जाएंगे। इस बार बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन यात्रा नहीं कर सकेंगे।

श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन की जांच यात्रा मार्ग पर तीन जगहों पर की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 21 फरवरी को चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।

मुख्यमंत्री धामी ने भरोसा दिया है कि भू-धंसाव का असर यात्रा पर देखने को नहीं मिलेगा।

जोशीमठ के रवि ग्राम और सिंह धार वॉर्ड के बाद अब बदरीनाथ हाईवे पर भी पुरानी दरारें फिर से नजर आने लगी हैं। सीमा सड़क संगठन (BRO) ने इन दरारों को कुछ दिन पहले भर दिया था।

हाईवे पर कुछ नई जगहों पर भी हल्की दरारें दिखने लगी हैं। बीआरओ के अधिकारी कह रहे हैं की हमारी नजर इस पर है।

अगर समस्या बढ़ती है तो उसे दुरुस्त किया जाएगा। जानकारों का कहना है कि हाईवे पर इन दिनों ज्यादा ट्रैफिक नहीं है।

ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब यात्रा के दौरान यहां से भारी संख्या में गाड़ियां गुजरेंगी तब हाइवे की क्या स्थिति होगी। जोशीमठ बाजार से ही हाईवे पर दरारें दिख रही हैं।

जोशीमठ से मारवाड़ी तक 10 किलोमीटर के हिस्से में 9 जगहों पर हाईवे भू-धंसाव की चपेट में है।

केदारनाथ यात्रा मार्ग से बर्फ हटाकर रास्ते को यात्रियों के लिए सुगम बनाने का काम 15 अप्रैल तक करने का लक्ष्य है।

भूधंसाव प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण:

चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने रविवार को नगर पालिका कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर, सुभाष नगर और अपर बाजार में भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि भू-धंसाव के कारण जिन भवनों में बहुत दरारें आ गई है, उनको खाली करते हुए सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करें।

जो लोग किराये पर जाना चाहते है, उन लोगों को 6 महीने तक किराया भी दिया जाएगा।

केदारनाथ हेली सेवा की ऑनलाइन टिकट बुकिंग IRCTC को:

इन दिनों केदारनाथ हेली सेवा के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है।

उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) इस बार केदारनाथ हेली सेवा के ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग IRCTC को सौंपने पर विचार कर रहा है।

टेंडर के जरिए गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा से हेली सेवा संचालन के लिए नौ कंपनियों के साथ आगामी तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट होना है।

केदारनाथ हेली सेवा के लिए 70% टिकटों को ऑनलाइन बुकिंग की जाती है, जबकि 30% टिकटों की बुकिंग हेली सेवा संचालन करने वाली कंपनियों के माध्यम से की जाती है।

पिछले साल तक ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग का काम GMVN के माध्यम से होता था। हेली सेवा से केदारनाथ पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पिछले साल 1.36 लाख रही थी।

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