वाहन चोर कड़ी पूछताछ के बाद भी अपने गिरोह का खुलासा नहीं कर रहा था। लेकिन जब पुलिस ने उसके घर को बुलडोजर से ढहाने की धमकी दी तो उसने फौरन गुनाह कुबूल कर लिया।
इसके बाद उसकी मिली जानकारी के आधार पर 10 कार और 40 वाहनों के कटे हुए पार्ट्स करीब पौने दो करोड़ के चोरी का माल बरामद कराया। गिरोह के 12 सदस्यों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर लिखी है। गिरोह के सदस्यों के खिलाफ दिल्ली, अमरोहा, रामपुर, बदायूं, संभल, मुरादाबाद के थानों में केस दर्ज हैं।
मुरादाबाद पुलिस के मुताबिक पाकबड़ा के गिंदौड़ा गांव निवासी नसीरुद्दीन उर्फ नासिर इस गैंग का सरगना है। दो साल से गांव के बाहर जंगल में बनाए गोदाम में चोरी के वाहनों को काटकर बेचा जाता था। पुलिस ने बताया कि नासिर काफी कोशिश के बाद भी कुछ बताने को तैयार नहीं हुआ। थानेदार रंजन शर्मा के थाने में बुलडोजर बुलाने और नासिर के घर में चलाने को कहते ही उसने अपने छह आरोपियों को गिरफ्तार कराकर माल बरामद करा दिया।
मुरादाबाद के एसएसपी बबलू कुमार के मुताबिक गोदाम से चोरी करके लाई गईं दस कार के साथ ही 40 गाड़ियों के कटे हुए पार्ट्स बरामद किए गए। नासिर ने पुलिस को बताया कि लॉकडाउन के दौरान अमरोहा के डिडौली निवासी मुनवा उर्फ मुन्ना, अली अहमद उर्फ गुप्ता और रिजवान से मिला था। ये लोग दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद से गाड़ी चोरी कर उसे कम दाम में बेच देते थे। गोदाम में इनके पार्ट्स फुटकर दाम में बेचे जाते थे।
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उसने पहले तीन लोगों के साथ मिलकर काम शुरू किया था। फायदा अधिक होने के बाद संभल के निगोला निवासी मोहम्मद सालिम, जुम्मा, शाने आलम को भी साथ मिला लिया था। पुलिस ने नसीरुद्दीन से पूछताछ के आधार पर शाहिद अमरोहा, रियाजुल अमरोहा, इमरान अमरोहा, फुरकान मुरादाबाद, अरमान अमरोहा को गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि छह आरोपी फरार हैं। नासिर इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। फुरकान ऑटो चलाता था।