प्रधानमंत्री मोदी ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर कहा है कि 2014 के पहले के चुनाव में खर्च होने वाले पैसों के बारे में कोई जानकारी नहीं होती थी।
उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड का समर्थन करते हुए कई बड़ी बातें बता दीं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा है कि जो लोग इसको लेकर नाच रहे हैं, गड़बड़ कर रहे हैं, वो पछताने वाले हैं. उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भी चुनाव में पैसे खर्च होते थे?
कोई एजेंसी बता सकती है क्या कि ये पैसा कहां से आता था और कहां खर्च होता था?थांथी टीवी के साथ एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा कि हम इलेक्टोरल बॉन्ड लेकर आए, इसलिए आज आप बता पा रहे हैं कि किसने-किसको पैसा दिया।
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ये भी जानकारी मिल पा रही है कि कितना पैसा किस तरह से दिया गया. अगर ऐसा नहीं होता तो आपको इस बारे में पता ही नहीं चलता।
PM ने कहा कि कोई भी सिस्टम परफेक्ट नहीं होता, कुछ कमियां हो सकती हैं. लेकिन उन कमियों को दूर किया जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने 15 फरवरी को अपने फैसले में चुनावी बॉन्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था।
ED की कार्रवाई पर PM मोदी क्या बोले?
PM मोदी ने केंद्रीय एजेंसियों पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि ED एक स्वतंत्र एजेंसी है और स्वतंत्र काम कर रही है. हम उनके काम में दखल नहीं देते।
उन्होंने कहा कि ED के पास 7 हजार मामले हैं. इसमें से 3 प्रतिशत से भी कम मामले राजनेताओं से जुड़े हैं. मोदी के मुताबिक जब अभी का विपक्ष सत्ता में था, तो बहुत कम नकदी की जब्ती की गई थी।
हमारी सरकार में 2200 करोड़ रुपए जब्त किए हैं. इसका मतलब है कि एजेंसियों का ऑपरेशन लीक नहीं हो रहा है. इसीलिए ये सब पकड़ में आ रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि नकदी के बंडल जब्त किए जा रहे हैं. वॉशिंग मशीन के अंदर भी रखा कैश बरामद किया जा रहा है।
पानी के पाइप, बिस्तर आदि में बंडल रखे जाते हैं. पीएम के मुताबिक, ‘एक कांग्रेस सांसद के पास से 300 करोड़ रुपये जब्त किए गए।
वहीं बंगाल में जहां मंत्रियों के पास से पैसे पकड़े गए. मुझे नहीं लगता कि इस देश के लोग यह सब बर्दाश्त करने के लिए तैयार हैं।