उत्तर प्रदेश : यूपी में जब चौथे चरण का चुनाव होगा तो बीजेपी को अपनी पुरानी चुनौती का सामना करना होगा. इस चरण में 13 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान सात मई को होने वाला है. इस चरण के दौरान उत्तर प्रदेश में दस सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
इसके बाद 13 मई को चौथे चरण की वोटिंग होगी. चौथे चरण के दौरान राज्य की 13 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
चौथे चरण में ही बीजेपी पर अपने पुराने प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती होगी. इस चरण की सभी 13 सीटों पर बीते चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी।
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दरअसल, चौथे चरण के दौरान उत्तर प्रदेश में उन्नाव, अकबरपुर, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, लखीमपुर खीरी, कानपुर, धौरहरा, बहराइच, हरदोई, कन्नौज, सीतापुर, मिश्रिख और इटावा की सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
ये सभी 13 सीटें ऐसी हैं जहां बीते चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. इन 13 सीटों में से दस सीटें ऐसी थीं जहां बीजेपी की जीत का अंतर 10 फीसदी से लेकर 32 फीसदी तक था।
इन सीटों पर मिली थी बीजेपी को बड़ी टक्कर
हालांकि बीजेपी के लिए इस चरण में सबसे बड़ी चुनौती कन्नौज सीट पर होगी. पिछली बार भी इस सीट पर कांटे की टक्कर थी लेकिन तब बीजेपी के प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को हरा दिया था।
तब बीजेपी प्रत्याशी के जीत का अंतर 1.8 फीसदी रहा था. अब कन्नौज सीट से अखिलेश यादव खुद चुनाव लड़ रहे हैं और बीजेपी ने फिर से सुब्रत पाठक को अपना उम्मीदवार बनाया है।
कन्नौज के अलावा सीतापुर, मिश्रिख और इटावा में भी बीजेपी को बीते चुनाव में अच्छी टक्कर मिली थी।
इन सीटों पर जीत का अंतर दस फीसदी से कम रहा था।
लेकिन इस बार के चुनाव में हर चरण के दौरान बीजेपी अलग रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है।
इस वजह से विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को यहां कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि बीते चुनाव में सपा और बीएसपी के बीच गठबंधन था. तब सपा लखीमपुर खीरी, हरदोई, उन्नाव और बहराइच में दूसरे नंबर पर रही थी।
जबकि बीएसपी शाहजहांपुर, धौरहरा, सीतापुर, मिश्रिख, फर्रुखाबाद और अकबरपुर में दूसरे नंबर पर रही थी।
बीजेपी के मिशन-80 का बड़ा टेस्ट यूपी में चौथे चरण के दौरान होने वाला है।