उत्तराखंड : श्रावण मास की शिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए गोमुख से गंगाजल लेने के लिए पहुंचे दिल्ली के दो कांवड़ियां चिरबासा धारा में आई बाढ़ के पानी में बह गए हैं।
कांवड़ियों को ढूंढने के लिए जिलाधिकारी की ओर से एसडीआरएफ को त्वरित निर्देश दिए गए हैं।
मानसूनी बारिश मैदानी इलाकों के साथ-साथ पहाड़ी क्षेत्रों में भी आफत बनकर बरस रही है। उत्तराखंड में गंगोत्री- गोमुख मार्ग पर चिरबासा धारा में आई बाढ़ के चलते रास्ते में बना लकड़ी का पुल टूट गया है।
इस धारा में दिल्ली के रहने वाले दो कांवड़ियां सूरज एवं मोनू जो गोमुख से गंगाजल लेने के लिए गए थे, वह बाढ़ के पानी की तेज धारा में बह गए हैं।
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वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक लकड़ी का पुल टूटने और बाढ़ के पानी में दिल्ली के दो कावड़ियों के बहने की यह घटना गंगोत्री से तकरीबन 9 किलोमीटर दूर गंगोत्री- गोमुख मार्ग पर हुई है।
अधिकारियों के मुताबिक ग्लेशियर के पिघलने के कारण चिर्भशा धारा का जलस्तर अचानक से बढ़ गया था।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने गंगोत्री नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर को बाढ़ के पानी में बहे दोनों कांवड़ियों को ढूंढने और चिरबासा धारा पर तत्काल नया पुल बनाने के निर्देश दिए हैं।