जिसकी सूचना मिलने पर खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट ने राजस्व विभाग, पुलिस विभाग तथा वन विभाग की टीम सहित मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया।
जहां शीशम, गूलर, गुटेल तथा सेमल सहित विभिन्न प्रजातियों के कीमती लाखों के लगभग 400 पेड़ कटे हुए मौके पर पाए गए।
वहीं भारी मात्रा में कटे हुए गिल्टों को माफियाओं द्वारा ठिकाने लगा दिया गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में टाइगर रिजर्व के किसी प्राइवेट कर्मचारी चेतन कुमार तथा खेत स्वामी के शामिल होने की सूचना मिल रही है।
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बिना परमिशन व बिना वैध दस्तावेज के माफियाओं द्वारा जहां सरकार को लाखों का चूना लगाया जा रहा है।
वहीं बेखौफ और निडर वन माफिया पर्यावरण को भी नष्ट करने में लगे हुए हैं।
मौके पर पहुंचे एसडीएम ने कटे हुए पेड़ों को कब्जे में लेकर लाखों के विभिन्न प्रजातियों के पेड़ों को काटने में शामिल लोगों और माफियाओं का पता लगाने के संबंध में जांच की कार्रवाई शुरू कर दिया।
इस मामले में खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट ने बताया कि सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया गया।
जहां लगभग 300 कीमती पेड़ विभिन्न प्रजातियों के कटे हुए पाए गए।
कटे हुए पेड़ों को कब्जे में लिया जा रहा है और तहसील परिसर में खड़ा कर दिया जाएगा।
इस संबंध में जो भी फाइनल डाटा आएगा उसके अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी फिलहाल जांच की प्रक्रिया जारी है।