अवनीत हुंजन ।
पंजाब में कांग्रेस पार्टी के बीच हाल के दिनों में जमकर खींचतान चल रही है। खासतौर से राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू आमने-सामने हैं। दोनों लगातार एक-दूसरे को निशाने पर ले रहे हैं। वहीं कांग्रेस हाईकमान की ओर से अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू से बात कर मामले को निपटाने की कोशिशें की जा रही हैं। हाल के दिनों में पहली बार नवजोत सिद्धू का रुख नरम हुआ है। जिसके बाद लगता है कि कांग्रेस आलाकमान को दोनों नेताओं को समझाने में कामयाबी मिल गई है। दरअसल सिद्धू ने शनिवार शाम कुछ ट्वीट किए हैं, जिसमें वो अपनी सरकार का बचाव करते हुए अकाली दल और आम आदमी पार्टी पर हमलावर हैं।
काफी समय से सीएम अमरिंदर सिंह और अपनी ही सरकार पर हमलावर दिख रहे कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार शाम किए ट्वीट में कहा है, पंजाब की बर्बादी की ओर ले जाने वाली ताकतों को आज साफ देखा जा सकता है। 1- दिल्ली सरकार चाहती है कि पंजाब के बिजली संकट के बीच पंजाब की जीवन रेखा बने हमारे थर्मल पावर प्लांट बंद हो जाएं और इस भीषण गर्मी में पंजाबियों को असहाय छोड़ दिया जाए। साथ ही हमारे किसान इस धान की बुवाई के मौसम में परेशानी का सामना करें। 2- बादल का साइन किया हुआ पीपीए थर्मल पावर प्लांट और मजीठिया के साथ अक्षय ऊर्जा मंत्री (2015-17) के तौर पर पंजाब को लूटने के लिए सौर ऊर्जा के लिए 25 साल के लिए पीपीए पर 5.97 से 17.91 रुपए यूनिट पर साइन की है। यह जानते हुए कि सौर की लागत प्रति वर्ष 18 फीसदी कम हो रही है और 2010 से आज 1.99 रुपए प्रति यूनिट है।
पंजाब में कांग्रेस के दो नेता सीएम अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच कलह इन ट्वीट से शांत होती दिख रही हैं। बता दें दोनों नेताओं के बीच के मामले को निपटाने सोनिया गांधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति बनाई है। ये समिति अमरिंदर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू, सुनील जाखड़ समेत प्रदेश के ज्यादातर कांग्रेस नेताओं से बात भी कर चुकी है।
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