जम्मू-कश्मीर में बादल फटने से तबाही :- नमस्कार! आप देख रहे हैं खोजी नारद, जम्मू कश्मीर के किश्तवाड में बादल फटने से तबाही, जम्मू कश्मीर के किश्तवाड जिले के पड्डर सब डिवीजन में बादल फटने की बडी घटना सामने आई है, पड्डर के चिशोती गांव, जो मचैल माता मंदिर यात्रा का अहम पडाव है, यहां अचानक बादल फटा, इस समय बडी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे, जिससे हालात और भी गंभीर हो गए, घटना के बाद अचानक बाढ जैसे हालात बन गई और कई लोग लापता हो गए।
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12 की मौत की आशंका, कई लापता, अधिकारियों के मुताबिक, इस आपदा में बारह लोगों की मौत होने की आशंका है, जबकि दर्जनों लोग लापता हैं, कई टेंट और अस्थायी ठिकाने बाढ में बह गए, सडकें टूट जाने से बचाव दलों को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है, आधे से ज्यादा गांव पानी के तेज बहाव में बह चुका है।
बचाव अभियान में मुश्किलें, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और स्थानीय प्रशासन की टीमें राहत व बचाव कार्य में लगी हैं, लेकिन खराब मौसम, भूस्खलन और सडक टूटने के कारण रेस्क्यू औपरेशन में भारी दिक्कत आ रही है, कुछ टीमें पैदल ही प्रभावित गांव की ओर बढ रही हैं, जबकि हेलीकॉप्टर से भी मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रिया, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से ऐसी घटनाओं का खतरा बढ गया है, वहीं, केंद्रीय मंत्री डॉ डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने स्थानीय प्रशासन से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है, लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने भी संवेदनाएं व्यक्त कीं और राहत कार्य तेज़ करने के निर्देश दिए।
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मचैल माता यात्रा पर असर, यह घटना मचैल माता यात्रा के मार्ग पर हुई है, यह वार्षिक तीर्थयात्रा देवी चंडी को समर्पित है, जिसमें हर साल हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस हादसे के बाद यात्रा मार्ग पर सुरक्षा बढा दी गई है और कई हिस्सों में यातायात रोक दिया गया है।
उत्तराखंड में भी बादल फटने की घटना, उधर, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में भी कुछ दिन पहले बादल फटने से तबाही हुई, भूस्खलन और बाढ ने गंगोत्री के पास के कई घरों और सडकों को नुकसान पहुंचाया। यह घटना पहाडी राज्यों में लगातार बढते खतरे की ओर इशारा करती है।

