टोक्यो (एजेंसी)। भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन ने शुक्रवार की चीनी ताइपे की निएन चिन चेन को 4-1 से हराकर टोक्यो ओलंपिक की मुक्केबाजी प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया और इसके साथ ही उन्होंने देश के लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का कर दिया। यह इन खेलों में भारत का दूसरा पदक है और मुक्केबाजी में तीसरा पदक है। इससे पहले लीजेंड बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने 2012 के लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक तथा विजेंदर ङ्क्षसह ने 2008 के बीङ्क्षजग ओलंपिक में कांस्य पदक जीते थे। टोक्यो ओलंपिक में इससे पहले भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने ऐतिहासिक रजत पदक जीता था। टोक्यो 2020 के सेमीफाइनल में पहुंचकर अपना कांस्य पदक पक्का करने वाली भारतीय मुक्केबाज लवलीना को फाइनल में पहुंचने के लिए शीर्ष वरीयता प्राप्त तुर्की की मुक्केबाज बसेनाज सुर्मेनेलि का सामना करना होगा। मौजूदा वल्र्ड चैंपियन बसेनाज के खिलाफ लवलीना का यह मुकाबला बुधवार 4 अगस्त को भारतीय समयानुसार सुबह 11.00 बजे खेला जाएगा।
नई दिल्ली (एजेंसी)। टोक्यो ओलंपिक में भारत का महिला मुक्केबाजी में एक मेडल पक्का हो गया है। शुक्रवार को लवलीना बोरगोहेन वेल्टरवेट कैटेगरी (64-69 किग्रा) के सेमीफाइनल में पहुंच गई। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में पूर्व विश्व चैम्पियन निएन चिन चेन को 4-1 से हराया। अब सेमीफाइनल में उनका मुकाबला तुर्की की 23 साल की बुसानेज सुरमेनेली से होगा। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की एना लाइसेंको को हराया था।
सुरमेनेली 2019 की वल्र्ड चैंपियन हैं। लवलीना को पहले राउंड में उन्हें बाई मिली थी, जबकि राउंड-16 के मुकाबले में उन्होंने जर्मनी की 35 साल की मुक्केबाज नेदिने एपेट्ज को 3-2 से हराया था।
महिला मुक्केबाजी के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद भी लवलीना खुश नहीं हैं। उनकी नजर गोल्ड पर है। लवलीना ने कहा कि केवल एक ही पदक है, वह स्वर्ण है और मेरा लक्ष्य इसे जीतना ही है। अभी, मैं सेमीफाइनल की तैयारी करूंगी। उन्होंने आगे कहा कि मुझे दिग्गज मुक्केबाज मोहम्मद अली का खेल बहुत पसंद है। मैं अपने खेल में उनके फुटवर्क और लंबे पंच का इस्तेमाल करती हूं। लवलीना ने आगे कहा कि मैंने बॉक्सिंग में कदम रखने के बाद, केवल मैरीकॉम का नाम ही सुना है। मुझे बहुत अच्छा लगा कि वो हमारे साथ टोक्यो में थीं। उन्होंने काफी संघर्षों के बाद यह मुकाम हासिल किया और मैं उनसे प्रेरणा लेती हूं।
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मैं फाइनल जीतने के बाद सबको थैंक्यू बोलूंगी : लवलीना
लवलीना को क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतने के बाद से ही पूरे देश की तरफ से बधाई मिल रही है। लेकिन उन्होंने कहा कि मैं अभी किसी को थैंक्यू नहीं कहूंगी। मैं वेल्टरवेट कैटेगरी में अपना फाइनल मुकाबला जीतने के बाद पूरे देश का धन्यवाद करूंगी।
मैरीकॉम ने लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीता था
लवलीना बोरगोहेन विश्व चैंपियनशिप में दो और एशियाई चैंपियनशिप में एक बार की कांस्य पदक विजेता हैं। लवलीना से पहले महिला बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। ओलंपिक इतिहास में सिर्फ दो महिला बॉक्सर ही मेडल जीत सकी हैं। वहीं पुरूष कैटेगरी में 2008 बीजिंग ओलंपिक में विजेंदर सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।