बच्चेदानी में कैंसर के लक्षण : बच्चेदानी में कैंसर होने पर महिलाओं के शरीर में कुछ शुरुआती लक्षण नजर आते हैं। आइए, जानते हैं इन लक्षणों के बारे में विस्तार से, आजकल महिलाओं में कैंसर के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे गलत खानपान, खराब जीवनशैली, जेनेटिक और तनाव।
जानकारी के मुताबिक, बच्चेदानी का कैंसर भारत में महिलाओं में सर्वाधिक होने वाला कैंसर है। इसे एंडोमेट्रियल कैंसर या यूटेराइन कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। जब गर्भाशय की अंदरूनी परत (एंडोमेट्रियम) की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती है, तो यह कैंसर का कारण बनती हैं।
बच्चेदानी में कैंसर के कारण महिलाओं में मां बनने की क्षमता हमेशा के लिए खत्म हो सकती है। इसके अलावा, यह कई अन्य गंभीर समस्याओं का भी कारण बन सकता है। बच्चेदानी में कैंसर होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। यदि समय पर इन लक्षणों की पहचान कर ली जाए, तो इस बीमारी का इलाज संभव हो सकता है।
पेट के निचले हिस्से में दर्द होना
पेट के निचले हिस्से (पेडू) में दर्द या ऐंठन होना बच्चेदानी के कैंसर का एक शुरुआती लक्षण हो सकता है। यह दर्द लगातार हो सकता है या समय-समय पर हो सकता है। अगर आपको लगातार इस तरह की परेशानी बनी हुई है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर जांच करवाएं।
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योनि से बदबूदार डिस्चार्ज होना
योनि से असामान्य डिस्चार्ज होना बच्चेदानी में कैंसर का संकेत हो सकता है। यह डिस्चार्ज आमतौर पर पानी जैसा होता है और इसमें कभी-कभी दुर्गंध भी हो सकती है। कई महिलाएं इसे सामान्य संक्रमण समझकर इग्नोर कर देती हैं। लेकिन इस तरह के लक्षण को इग्नोर करने से बचें। अगर आपको ऐसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।
असामान्य वेजाइनल ब्लीडिंग
अगर आपको पीरियड्स के अलावा भी अचानक से ब्लीडिंग होती है या सामान्य से अधिक दिन तक पीरियड चलता है, तो यह बच्चेदानी में कैंसर का संकेत हो सकता है। मुख्य रूप से मेनोपॉज के बाद योनि से असामान्य रूप से ब्लीडिंग होना काफी गंभीर हो सकता है। ऐसे लक्षण नजर आने पर आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ताकि आपका समय पर इलाज किया जा सके।