DEHRADUN : बाबा रामदेव ने एलोपैथी दवाइयों को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि हमारा चिकित्सा की स्वाधीनता का बहुत बड़ा सपना बाकी है, क्योंकि एलोपैथी की दवाइयों से करोड़ों लोगों की मौत हो रही है।
योगगुरु बाबा रामदेव ने एक बार फिर से एलोपैथी दवाइयों को लेकर मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने इस दवाइयों को करोड़ों लोगों की मौत की वजह से बताया और कहा कि दुनिया भर में हर साल एलोपैथी दवाइयों को खाने की वजह से करोड़ों लोगों की मौतें हो रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी जंग इनके ख़िलाफ़ हैं. पतंजलि योगपीठ आने वाले समय में चिकित्सा की स्वाधीनता के आंदोलन को और मुखरता से तेज करेगा।
बाबा रामदेव ने एलोपैथी दवाइयों को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि हमारा चिकित्सा की स्वाधीनता का बहुत बड़ा सपना बाकी है, क्योंकि एलोपैथी की जहरीली दवाइयां खा-खाकर हर साल करोड़ों लोगों की मौत हो रही है।
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हमने दुनिया का इतिहास पढ़ा है कि ब्रिटिशों ने अपना साम्राज्य स्थापित करने के लिए दस करोड़ से ज़्यादा लोगों का कत्ल किया. ऐसे ही इस्लाम के नाम पर भी करोड़ों लोगों को कत्ल हुआ है. लेनिन, मार्क्स की क्रांतियों के नाम पर कत्ल हुआ है ।
एलोपैथी दवाओं के खिलाफ बाबा का मोर्चा
योगगुरु ने कहा कि दुनियाभर में विश्व युद्धों और अलग-अलग त्रासदियों में लोग मारे गए है. लेकिन, इसी तरह हर साल करोड़ों निर्दोष लोग भी जहरीली सिंथेटिक दवाई खाकर मर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए उनके लिए चिकित्सा की स्वाधीनता आंदोलन है. पतंजलि वेलनेस भी योगक्रम निरामयम के लिए काम कर रहा है. हम पतंजलि के चिकित्सा की स्वाधीनता के आंदोलन को और मुखर करेंगे।
इस दौरान बाबा रामदेव ने आर्थिक, राजनीति और सांस्कृतिक आजादी के साथ ही चिकित्सा की स्वाधीनता दिलाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि पतंजलि इसके लिए काम कर रहा है हम देश के लोगों को रोगों से नशा और वासना से आजादी दिलाने का काम करेंगे।
आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब बाबा रामदेव ने एलोपैथी की दवाइयों को लेकर इस तरह के आरोप लगाए हैं. वो अक्सर एलोपैथी की दवाइयां के खिलाफ बोलते आ रहे हैं।
कई बार उनके बयानों की वजह से वो क़ानूनी पचड़े में भी फंसे हैं लेकिन वो लगातार अपने बयान पर कायम दिखते हैं यही नहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से भी उन पर केस किया जा चुका है।
हाल ही में ऐसे ही मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट में बिना शर्त माफी तक मांगनी पड़ी है।