देहरादून : गुरुवार 15 अगस्त को जौलीग्रांट एयरपोर्ट से शहीद कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर उनके कुंआवाला स्थित आवास पर लाया गया, जहाँ उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
उनके अंतिम दर्शन के दौरान लोगों ने “जब तक सूरज चांद रहेगा, दीपक तेरा नाम रहेगा” के नारों से माहौल को गमगीन कर दिया।
देशभक्ति के नारों से गूंजा माहौल
एक ओर जहां देश अपनी आजादी का 78वां जश्न मना रहा है, वहीं दूसरी ओर देश के प्रति कर्तव्य निभाते हुए कैप्टन दीपक सिंह
ने शहादत का उदाहरण पेश किया।
जैसे ही उनका तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा, पूरा माहौल शोक में डूब गया। परिजनों के रोते-बिलखते दृश्य ने हर किसी की आंखें नम कर दीं।
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मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने की श्रद्धांजलि अर्पित
जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने शहीद कैप्टन दीपक सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैप्टन दीपक सिंह की शहादत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
इस दुखद घड़ी में उन्हें सांत्वना देने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री समेत कई नेता और अधिकारी उनके आवास पर पहुंचे।
हरिद्वार में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
इस दौरान लोगों के बीच गम और गुस्सा दोनों ही देखने को मिला। भारत माता की जय के नारे गूंजते रहे, तो वहीं पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगे।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पुलिस प्रशासन के अधिकारी सहित सैकड़ों लोगों ने शहीद कैप्टन दीपक सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को हरिद्वार ले जाया गया, जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।