बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने एक ट्वीट से बिहार में सियासी हलचल बढ़ा दी है। दरअसल उन्होंने एक ट्वीट के जरिए इस्तीफा देने की बात कही है। हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि तेज प्रताप विधानसभा से इस्तीफा देंगे या अपनी पार्टी की सदस्यता से।
25 अप्रैल की देर शाम तेज प्रताप यादव ने खुद का इस्तीफा देने को लेकर ट्वीट में लिखा, “मैं अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने का काम किया। सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया जल्द अपने पिता से मिलकर अपना इस्तीफा दूंगा।”
तेज प्रताप यादव अपने ट्वीट और कार्यशैली को लेकर अक्सर चर्चा में बने रहते हैं। वहीं कई दिनों से उनके बयानों से कयास लगाए जाते रहे हैं कि उनके और उनकी पार्टी के नेताओं के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते 26 मार्च को तेज प्रताप यादव ने दो ट्वीट में कई नेताओं के चेहरों को बेनकाब करने की बात कही थी।
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पहले ट्वीट में उन्होंने कहा, “वक़्त आ चुका है…एक बड़े खुलासे का,जल्द उन सभी चेहरों से नकाब उतारूंगा…जिन्होंने मुझे नासमझ समझने की भूल की।” वहीं दूसरे ट्वीट में तेज प्रताप यादव ने लिखा था, “गले में तुलसी माला और दिल में पाप….ईश्वर के नाम का सहारा लेने वाले इन ढोंगियों को जल्द सजा मिलेगी..जल्द खुलासा कुछ इस कदर होगा की नर्क भी नसीब ना होगा इनको।”
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दरअसल तेज प्रताप यादव अपने मुखर बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। वहीं अब उन्होंने अपने इस्तीफे की बात कहकर बिहार की राजनीति में सनसनी मचा दी है। हालांकि इस्तीफे से पहले उन्होंने अपने पिता लालू यादव से मुलाकात करने की बात कही है।
बता दें कि तेज प्रताप यादव बिहार के समस्तीपुर जिले के हसनपुर विधानसभा से आरजेडी विधायक हैं। बिहार की पूर्व महागठबंधन सरकार में तेजप्रताप स्वास्थ्य मंत्री थे। वो बीते कुछ दिनों से अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से नाराज देखे गये हैं।