डिप्रेशन के पीछे पर्सनल या सोशल लाइफ से जुड़ी कई समस्याएं तो होती ही हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी से भी लोग अवसाद या डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं।
आइए इस लेख में आपको बताते हैं कि कैसे शरीर में विटामिन डी और बी 12 की कमी तनाव और एंग्जाइटी का कारण बन सकती है।
अवसाद यानी डिप्रेशन एक ऐसी मानसिक स्थिति है, जिससे आज कई लोग जूझ रहे हैं। आपका भी मूड अगर अक्सर चिड़चिड़ा या उदास रहता है, तो ये लेख आप ही के लिए है।
आज हम आपको मेडिटेशन, योग और लोगों से मिलने-जुलने के बारे में नहीं बल्कि इस समस्या के समाधान का एक ऐसा पहलू बताएंगे, जिसे जानकर शायद आपको भी हैरानी हो।
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बता दें, जरूरी नहीं है कि डिप्रेशन का कारण कोई निजी या पारिवारिक समस्या या फिर अनुवांशिकता ही हो।
दरअसल, शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी भी इसका कारण हो सकती है।
विटामिन बी 6 : मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए शरीर में विटामिन बी 6 पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए। इसकी कमी से आप अकारण होने वाली थकान और चिड़चिड़ेपन से परेशान हो सकते हैं।
इसकी कमी से सेरोटोनिन और डोपामाइन भी प्रभावित होता है और बिना किसी कारण के भी मूड खराब रहता है।
अंडे, केले, छोले, दूध और सैल्मन आदि को डाइट में शामिल करके इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है।
विटामिन डी : शरीर में विटामिन डी की कमी को भी अवसाद और तनाव से जोड़कर देखा जाता है। बता दें, कि यह आपके शरीर में हार्मोनल बैलेंस में बड़ा रोल प्ले करता है। ऐसे में आप अपने आहार में अंडा, मछली, पनीर, चावल और मशरूम जैसी कई चीजों को शामिल कर सकते हैं।
जिंक : डिप्रेशन की समस्या का एक बड़ा कारण शरीर में जिंक की कमी भी होती है। इसे दूर करने के लिए आप डाइट में पालक, चिकन, बादाम और डेयरी उत्पाद शामिल कर सकते हैं।
यह ऐसा पोषक तत्व है, जिसकी कमी सिर्फ डिप्रेशन ही नहीं, बल्कि डाइजेशन पर भी बुरा असर डालती है।
आयरन : बॉडी में आयरन की मात्रा कम होने पर भी ब्रेन हेल्थ को नुकसान पहुंचता है। यह रक्त कोशिकाओं को शरीर के कोने-कोने में ऑक्सीजन ले जाने में मददगार होता है।
ऐसे में इसकी कमी से थकान, गुस्सा या चिड़चिड़ापन जैसी कई समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। इसके लिए आप साबुत अनाज, दाल, पालक, नट्स और ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं।