हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से BJP उम्मीदवार कंगना रनौत एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं. कंगना ने इस बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ साथ राज्य के मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर भी निशाना साधा।
कंगना ने दोनों को बड़ा और छोटा पप्पू बताया कुछ दिन पहले ही विक्रमादित्य ने कंगना पर गोमांस खाने का आरोप लगाया था।
जवाब में कंगना ने उन्हें झूठा और पलटूबाज कह दिया. कंगना ने कांग्रेस पर वंशवाद और नारी विरोधी सोच रखने के आरोप लगाए।
मनाली में एक रैली को संबोधित करते हुए कंगना ने कहा,,नवरात्रि के मौके पर पूरा देश देवी की पूजा में लीन हैं. माता का अनुष्ठान हो रहा है।
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छोटी-छोटी बच्चियों को पूजा जा रहा है. हर तरफ नारी शक्ति की पूजा की जा रही है।
लेकिन कांग्रेसी अपनी महिला विरोधी सोच को नवरात्रि में भी कोई विराम नहीं देते. जब से मेरा नाम अनाउंस हुआ है ये लोग दिन रात मुझे अपमानित कर रहे हैं. नवरात्रों में भी इनको चैन नहीं है।
विक्रमादित्य के आरोपों पर कंगना रनौत ने कहा,दिल्ली में एक बड़ा पप्पू है. उसी तरह हमारे यहां एक छोटा पप्पू है. वो कहता है कि मैं गोमांस खाती हूं।
कहता है कि उसके पास सबूत वाला वीडियो भी है तो वो उसे दिखाता क्यों नहीं है. झूठा और एक नंबर का पलटूबाज है ये छोटा पप्पू. जब बड़ा पप्पू कहता है कि देवी शक्ति का विनाश कर देंगे तो छोटे पप्पू से क्या उम्मीद कर सकते हैं।
कंगना रनौत आगे बोलीं,, आज मैं सब पप्पुओं को चुनौती देती हूं कि ये तुम्हारे बाप-दादाओं की रियायत नहीं है जो तुम मुझे डरा-धमका कर बाहर भेज दोगे।
मैं गरीब घर की बेटी हूं. मैं चुनाव लड़ूंगी और जीतूंगी. ऐसे राजा बेटे मुझे बहुत मिले हैं. फिल्म इंडस्ट्री में भी ऐसे बहुत राजा बेटे मिले लेकिन वो मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सके।
इन्होंने मुझे खत्म नहीं किया. मैंने अपनी फिल्म से हीरो ही खत्म कर दिए।
इसके बाद 12 अप्रैल को विक्रमादित्य ने फेसबुक पोस्ट में लिखा।
हमसे सबूत मांगने वाले अपने 2019 के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट पर नजर डाल लें. मनाली के मंच पर मनाली की बात होगी. मनाली की जनता पूछती है कि आपदा में आप कहां थी।
दरअसल कंगना रनौत को BJP से टिकट मिलने के बाद उनके (ट्विटर) पोस्ट का एक स्क्रीनशॉट वायरल हुआ. इस वायरल स्क्रीनशॉट के मुताबिक, 24 मई 2019 को उनकी टीम ने एक पोस्ट किया था. पोस्ट में लिखा था, बीफ या कोई भी दूसरा मीट खाने में कोई दिक्कत नहीं है. ये धर्म से जुुड़ा हुआ मामला नहीं है।
ये कोई रहस्य नहीं है कि कंगना ने 8 साल पहले शाकाहार अपना लिया और योगी बनने का विकल्प चुना ।
वो अभी भी किसी एक धर्म में भरोसा नहीं करतीं. इसके विपरीत उनके (कंगना के) भाई मांस खाते हैं।
इससे वो कंगना से कम हिंदू नहीं हो जाते. हम मध्यकालीन युग में नहीं हैं, आज कोई भी अपना धर्म बना सकता है और उसका पालन कर सकता है।
इसी ट्वीट पर विक्रमादित्य सिंह ने लिखा था कि हिमाचल देवी देवताओं का पवित्र स्थल है. ये देव भूमि है. यहां गोमांस का सेवन करने वाले चुनाव लड़ें, ये हमारी संस्कृति के लिए चिंता का विषय है. इसका राजनीति से कोई सरोकार नहीं है।
बता दें, लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश की सभी 4 सीटों पर सातवें चरण में 1 जून को वोटिंग होनी है. 4 जून को वोटों की गिनती की जाएगी।